पूर्व रामनवमी महासमिति अध्यक्ष कुणाल यादव ने प्रस्तुत किया लेखा जोखा
कुणाल यादव की अध्यक्षता मे रामनवमी के पुरानी परंपरा को अछून्न रखते हुए कई नई चीजों की हुई शुरुआत: महंत
पूर्व रामनवमी महासमिति अध्यक्ष कुणाल यादव ने प्रस्तुत किया लेखा जोखा
कई वर्षों के बाद महासमिति अध्यक्ष ने दिया सरप्लस बजट, बची हुई राशि महंत को किया सुपुर्द
कुणाल यादव की अध्यक्षता मे रामनवमी के पुरानी परंपरा को अछून्न रखते हुए कई नई चीजों की हुई शुरुआत: महंत
हजारीबाग : इस वर्ष की रामनवमी को लेकर अध्यक्ष पद के चुनाव हेतु अध्यक्ष चुनने को लेकर बड़ा अखाड़ा मे हुए बैठक का आयोजन हुआ जिसमे पिछले वर्ष के अध्यक्ष रहे कुणाल यादव ने सबो के सामने उनकी अध्यक्षता मे किये गए कार्यों व आय- व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया. उन्होंने इस संबंध मे बताया की पिछले वर्ष 17 मार्च 2023 को वोट के माध्यम से उन्हें उन्हें अध्यक्ष पद का दायित्व सौपा गया था. कोरोना काल में रामनवमी जुलूस में हुए व्यवधान के बाद पहली बार वोट के माध्यम से अध्यक्ष पद का चुनाव हुआ जिससे अखाड़ाधारी, पूर्व अध्यक्षों व अन्य रामनवमी प्रेमियों की उम्मीदें काफी बढ़ गई थी. सभी के आशाओं व उम्मीदों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने रामनवमी के सफल संचालन हेतु पूर्व महासमिति अध्यक्ष व शहर के गणमान्य लोगों के मार्गदर्शन में कमेटी का गठन किया. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता थी की जो रामनवमी की पुरानी परंपरा है उसे अछून्न रखा जाए साथ ही साथ कई अन्य नई चीजों का समावेश हो ताकि रामनवमी की भव्यता और बढ़ाई जा सके. इसी क्रम में रामनवमी को नशामुक्त व भक्तिमय वातावरण में संपन्न करने के लिए उन्होंने जागरूकता रथ रवाना कर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया. सप्तमी के दिन बड़ा अखाड़ा के प्रांगण में अस्त्र-शस्त्र परिचालन प्रतियोगिता करवाया, सभी अखाड़ो में परंपरागत हथियार जैसे लाठी व तलवार का वितरण किया.
हजारीबाग के रामनवमी के इतिहास में पहली बार नवमी के दिन रामलीला का आयोजन बड़ा अखाड़ा के प्रांगण में किया गया जिसमें हजारों महिलाएं व पुरुष दर्शक के रूप में शामिल हुए. पिछले वर्ष रामनवमी जुलूस के दौरान कई अखाड़ाधारी व कई अन्य लोगों पर प्रशासन के द्वारा केस कर दिया गया था जिसको लेकर उन्होंने एक अधिवक्ता होने के नाते कानूनी सहायता मुफ्त में देने की घोषणा की थी उस पर भी उन्होंने कार्य किया. उन्होंने अपने आय – व्यय का लेखा जोखा देते हुए बताया कि पिछले वर्ष रामनवमी महासमिति को विभिन्न माध्यमों के द्वारा 359150 रुपए कि आय हुई वही 357500 व्यय हुए शेष बची हुई राशि को उन्होंने महंत विजयानंद दास को सौंप दिया. हजारीबाग के रामनवमी के इतिहास में कई वर्षों के बाद ऐसा हुआ है कि किसी महासमिति अध्यक्ष ने सर प्लस बजट दिखाते हुए बची हुई राशि को सौंपा है. उन्होंने आगे कहा कि चूंकि इस वर्ष अयोध्या में हुए रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के कारण सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए एक विशेष वर्ष था और यह सौभाग्य था कि रामनवमी महासमिति का वे अध्यक्ष थे इस अवसर को भव्य बनाने हेतु उन्होंने अध्यक्ष होने के नाते सभी अखाड़ों में घूम-घूम कर दिया ,घी, झंडा व हनुमान चालीसा का वितरण किया . कुणाल यादव के कार्यकाल की सराहना करते हुए महंत विजययानंद दास ने अपने संबोधन में कहा कि इनके कार्यकाल में रामनवमी सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. इन्होंने पिछले वर्ष की रामनवमी में पुरानी परंपरा को अच्छी रखते हुए कई नई चीजों का समावेश भी किया. उन्होंने आगे कहा कि हम आशा करते हैं कि आगे आने वाले दिनों में जो भी अध्यक्ष बनेंगे वह इसे बेहतर करने का प्रयास करेंगे.