सरस्वती शिशु विद्या मंदिर,बरगंडा में मंगलवार को श्री कृष्ण बाल रुप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर,बरगंडा में मंगलवार को श्री कृष्ण बाल रुप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर,बरगंडा में मंगलवार को श्री कृष्ण बाल रुप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह: सरस्वती शिशु विद्या मंदिर,बरगंडा में मंगलवार को श्री कृष्ण बाल रुप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। मौके पर प्रधानाचार्य ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म विधर्मियों का नाश करने के लिए हुआ था।भगवान श्रीकृष्ण ने इस पृथ्वी पर सभी 16 कलाओं के साथ अवतार लिया था। उनका अवतार लेना मानव जाति के लिए वरदान है। निष्काम कर्म करने पर व्यक्ति महान बन जाता है।अतः हमें अपना कर्म करना चाहिए फल की चिंता नहीं।प्रतियोगिता में 87 भैया-बहनों ने राधा कृष्ण का रूप धारण कर बरबस लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे।
कार्यक्रम में माताओं ने अपने बच्चे को श्री कृष्ण और राधा के रूप में सुसज्जित कर घरों से लाया।आकर्षक वेशभूषा एवं श्रीकृष्ण भक्ति गीतों से विद्यालय परिसर कृष्ण-भक्ति से सराबोर हो गया।प्रतियोगिता में रेयांश शर्मा प्रथम,इशांत कुमार द्वितीय एवं अर्णव कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अनीता मिश्रा,राजेश नंदन,बेबी सरकार,बिपिन सहाय,मौटुसी दाँ,कल्पना कुमारी,मोनालिसा, प्रिया विशाखा,पुष्पा कुमारी का सराहनीय योगदान रहा।