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दिल में छेद के साथ जटिल सर्जरी को अंजाम देकर एचजेडबी आरोग्यम के चिकित्सकों ने नाबालिक को दी नई जिंदगी…

खबर  24 न्यूज़ संवाददाता

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दिल में छेद के साथ जटिल सर्जरी को अंजाम देकर एचजेडबी आरोग्यम के चिकित्सकों ने नाबालिक को दी नई जिंदगी…

झारखंड : हजारीबाग शहर के एचजेडबी आरोग्यम मल्टीस्पेशेलिटी हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने एक बार फ़िर अपने विलक्षण चिकित्सीय प्रतिभा के बदौलत बड़ा कारनामा कर दिखाया है और एक 14 वर्षीय नाबालिक युवक के लिए वरदान साबित हुए। एक सप्ताह पूर्व आरोग्यम हॉस्पिटल में चरही निवासी 14 वर्षीय युवक अभिषेक कुमार यादव सड़क दुर्घटना का शिकार होकर जब बेहतर इलाज के लिए यहां पहुंचा तो चिकित्सकों की टीम ने जब पेट का सीटी स्कैन सहित रूटीन जांच प्रक्रिया के तहत इसीजी कराया तो इसके लीवर, स्प्लीन और छोटी आत में फटा हुआ और इसके दिल में छेद पाया। जिसे देख हॉस्पिटल के लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ.बी.एन.प्रसाद और फिजिशियन डॉ.रवि रंजन ने इको कराया। जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि इसे पटेंट डक्ट्स अर्टरीओसस (पीडीए) यानी जिसे आम लोग दिल में छेद के नाम से जानते हैं वो है। दिल में छेद के बाद फटे हुए लीवर, स्प्लीन और आंत का रिपेयर करना और पेट में जमे करीब 02 लीटर ख़ून को सर्जरी के माध्यम से निकालना हाई रिस्क हो जाता है। लेकिन मरीज़ की जान बचाने के लिए चिकित्सकों ने यह रिस्क लिया। हॉस्पिटल के सर्जन डॉ. बी.एन.प्रसाद ने अपने शल्य चिकित्सा अनुभव को पूरा खपाया, अनेस्थेटिक डॉ.मनीष कुमार ने भी एनेस्थेसिया देने में अपनी पूरी क्षमता झोंकी और सूझबूझ से काम लिया। हॉस्पिटल के ओटी असिस्टेंट कोलेश्वर, श्रवन और गुलाब ने पूरी तरह सजगता के साथ इस सर्जरी में अहम भूमिका निभाई। करीब 02 घंटे से अधिक समय तक चले इस जटिल सर्जरी के बाद मरीज के फटी हुई लीवर, स्प्लीन और आंत को रिपेयर किया गया और पेट में जमे हुए करीब 2 लीटर खून को निकाल कर सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। एक सप्ताह के बाद मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दिया गया।

जब इस सर्जरी के बारे में डॉ बीएन प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि………

सफलतम सर्जरी के बाबत सर्जन डॉ. बी.एन. प्रसाद ने बताया की अमूमन इस प्रकार की जटिल सर्जरी महानगरों में ही होती है। लेकिन मरीज की जीवन बचाने के लिए पीडीए होने के बावजूद हमने इस सर्जरी को हुई रिस्क में किया और हम सफल हुए। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन का यह पहला केस है जिसे हार्ड डिस्क के साथ हमने किया। उन्होंने बताया कि मरीज को भी या पता नहीं था कि उसके दिल में छेद है ।

एच जेड बी आरोग्यं अस्पताल के निदेशक ने क्या कहा….

हॉस्पिटल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने बताया कि जिस उद्देश्य के साथ हमने आरोग्यम हॉस्पिटल की स्थापना की वह पूरा हो रहा है और हर आयु वर्ग के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा के साथ हमारे चिकित्सक कई जटिल जिंदगी को नवजीवन देने का कीर्तिमान रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि हजारीबाग में पहली बार दिल के छेद के साथ जिस जटिल सर्जरी को हमारे हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया उसमें महानगरों की तुलना में क़रीब 07-08 गुणा कम ख़र्च में यह किया गया। उन्होंने इस जटिल सर्जरी के सफलतापूर्वक अंजाम के लिए हॉस्पिटल के चिकित्सकों और ओटी असिस्टेंट को बधाई दी ।

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