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तीनों टॉपर्स ने लिया नामांकन कहा, चाणक्य आईएएस एकेडमी में नामांकन कामयाबी की पहली सीढ़ी 

सिविल सेवा के क्षेत्र हजारीबाग का स्थान अव्वल करने का ख्वाब पूरा करेंगे अभ्यर्थी : रीमा मिश्रा 

 

प्रतिभा खोज प्रतियोगिता परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्रों का रहा दबदबा

 

प्रथम तीन टॉपर्स को चाणक्य आईएएस एकेडमी में यूपीएससी की तैयारी के लिए दी गई 100 फीसदी छात्रवृत्ति

 

तीनों टॉपर्स ने लिया नामांकन कहा, चाणक्य आईएएस एकेडमी में नामांकन कामयाबी की पहली सीढ़ी 

 

हर छात्र में आईएएस बनने की क्षमता, अपनी शक्ति पहचान कर सही दिशा में परिश्रम आवश्यक : विनय मिश्रा 

 

सिविल सेवा के क्षेत्र हजारीबाग का स्थान अव्वल करने का ख्वाब पूरा करेंगे अभ्यर्थी : रीमा मिश्रा 

 

हजारीबाग : चाणक्य आईएएस एकेडमी की ओर से आयोजित प्रतिभा खोज प्रतियोगिता परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों का दबदबा रहा। प्रथम तीन टॉपर्स में दो ग्रामीण क्षेत्र से जबकि एक शहरी क्षेत्र के विद्यार्थी ने सफलता अर्जित कर अपनी योग्यता का लोहा मनवाया। प्रथम स्थान पर रहे जागेश्वर यादव के पुत्र नितिश कुमार मयूरहंड, चतरा से हैं, जबकि दूसरे स्थान पर हजारीबाग के बड़कागांव प्रखंड के नटराज नगर के महेंद्र कुशवाहा के पुत्र विवेक कुमार ने बाजी मारी। वहीं सदर हजारीबाग के सन्नी कुमार ने तीसरा स्थान प्राप्त कर हजारीबाग जिला टॉपर बन परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन किया। तीनों टॉपर्स ने चाणक्य आईएएस एकेडमी में बुधवार को नामांकन कराकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए 100 फीसदी छात्रवृत्ति भी प्राप्त की और कहा कि जो उम्मीदें हमारे परिवार और संस्थान को हमसे है, उन उम्मीदों पर खरा उतरना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। प्रथम 1500 टॉपर्स में बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों ने सफलता हासिल कर योग्यता का प्रमाण दिया, तो शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों ने भी अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई और सफलता हासिल कर नया कीर्तिमान गढ़ने को आतुर दिखे। बता दें कि बीते 18 दिसंबर को आयोजित प्रतिभा खोज प्रतियोगिता परीक्षा में जिलेभर से पांच हजार से भी अधिक परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था। परीक्षा में रैंक 1 से 3 को 100 प्रतिशत, 4 से 15 को 75 प्रतिशत, रैंक 16 से 25 को 50 प्रतिशत, रैंक 26 से 40 को 40 प्रतिशत, रैंक 41 से 50 को 30 प्रतिशत, रैंक 51 से 100 को 20 प्रतिशत एवं रैंक 101 से 1500 को 15 प्रतिशत की स्कॉलरशिप सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी हेतु प्रदान की जा रही है। चाणक्य आईएएस एकेडमी के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा ने कहा कि हर छात्र आईएएस बनने की क्षमता रखता है। समय का सदुपयोग, बेहतर सलाह, उचित मार्गदर्शन और सही दिशा में नियमित परिश्रम से यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। हर व्यक्ति में अद्भुत शक्ति है, बस ज़रूरत है अपनी शक्ति पहचान कर सही मेहनत किया जाए। उन्होंने कहा कि एक वक्त झारखंड में ऐसा भी था जब सिविल सेवा के क्षेत्र में ग्रामीण अभिभावक अपने होनहारों को भेजने के बारे में नहीं सोंच पाते थे, उन्हें लगता था कि अमीर घरानों के बड़े शहरों में ही निवास करने वाले सिविल सेवा के क्षेत्र में जा सकते हैं, लेकिन चाणक्य आईएएस एकेडमी ग्रामीणों के इस मिथक को तोड़ने में कामयाब रहा।

चाणक्य आईएएस एकेडमी से बीते 30 वर्षों 5 हजार से भी अधिक आइएएस, 200 से अधिक आईएफएस और 20 हजार से भी अधिक स्टेट पीसीएस में अभ्यर्थी सफलता हासिल कर वर्तमान समय में देश सेवा में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। वहीं चाणक्य आईएएस एकेडमी की जनरल मैनेजर रीमा मिश्रा ने कहा कि हर अभ्यर्थी की यह तमन्ना होती है कि सफलता की बुलंदियों तक कदम बढ़ाकर अपनी काबिलियत से केवल अपने क्षेत्र ही नहीं बल्कि राज्य और देश को भी गौरवान्वित करें। साथ ही देश सेवा कर देश के बेहतरी के लिए अहम योगदान दें और अभ्यर्थी इन सपनों को हकीकत में तब्दील कर सकते हैं, वह भी अपने ही होमटाउन से परीक्षा की तैयारी कर। दरअसल चाणक्य आईएएस एकेडमी की देश भर में 24 शाखाएं हैं और सबसे बड़ी विशेषता है कि सभी शाखाओं में समान सुविधाओं के साथ विषय विशेषज्ञों के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाती है। यानि जो सुविधाएं, आधुनिक तकनीक और अनुकूल वातावरण राजधानी दिल्ली में अभ्यर्थियों को प्रदान की जाती है, वैसी तमाम सुविधाएं हजारीबाग शहर में भी चाणक्य आईएएस एकेडमी में यूपीएससी व जेपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि चाणक्य आईएएस एकेडमी प्रतिभा खोज प्रतियोगिता परीक्षा, करियर गाइडेंस, नि: शुल्क सेमिनार, वेबीनार व अन्य माध्यमों के जरिए युवाओं को जागरूक भी कर रही है ताकि सिविल सेवा के क्षेत्र में देश भर हजारीबाग के अभ्यर्थी भी अव्वल पायदान हासिल कर सके और सबसे अधिक अभ्यर्थियों का चयन सिविल सेवा के क्षेत्र में हजारीबाग से होने के सपने को पंख दिया जा सके।

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