शीतकालीन सत्र 2021: सरकार की बैठक में विपक्षी पार्टियां नहीं होंगी शामिल ,
शिवसेना बोली- नहीं चलने देंगे संसद
नई दिल्ली, मोदी सरकार आज लोकसभा में वोटर आइडी को आधार से जोड़ने का विधेयक पेश करेगे। चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक 2021 के अनुसार चुनाव पंजीयन अधिकारियों को मतदाता सूची में वोटर के रूप में नाम जुड़वाने के इच्छुक लोगों से आधार नंबर मांगने का अधिकार होगा। पहले से मतदाता सूची में जिनका नाम दर्ज है उनके प्रमाणीकरण के लिए आधार मांगा जा सकता है। केंद्रीय कैबिनेट ने गत बुधवार को चुनाव सुधारों से जुड़े इस विधेयक के मसौदे को अपनी मंजूरी दी थी। मतदाता सूची में दोहराव और फर्जी मतदान रोकने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। वहीं, राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों के निलंबन पर सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेना है या नहीं, इस पर निर्णय लेने के लिए विपक्षी दलों के नेता बैठक कर रहे हैं।
निलंबन को वापस लेने का प्रस्ताव
लखीमपुर खीरी हिंसा पर सदन में चर्चा की मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस की सांसद सुष्मिता देव ने राज्यसभा में निलंबन का नोटिस दिया है। माकपा सांसद जान ब्रिटास ने राज्यसभा में नियम 256(2) के तहत विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन को वापस लेने का प्रस्ताव पेश किया है।
अजय कुमार टेनी के तत्काल इस्तीफे की मांग
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा पर लोकसभा में चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। उन्होंने गृह राज्य मंत्री अजय कुमार टेनी के तत्काल इस्तीफे की मांग की है। लखीमपुर खीरी में अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर किसानों को कुचलने का आरोप लगा है।
निलंबित सांसदों का मसला हल करने के लिए बैठक
वहीं, दूसरी तरफ केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने आज उन पांच दलों की बैठक बुलाई है जिनहे सांसदों में अशोभनीय आचरण के लिए पूरे शीत सत्र के लिए निलंबित किया गया है। इन दलों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, सीपीएम और सीपीआइ शामिल हैं। संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग में यह बैठक सुबह 10 बजे से होगी।
राज्यसभा में 37.60 प्रतिशत काम हुआ
राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे पर हंगामे और स्थगन के कारण शीतकालीन सत्र के तीसरे सप्ताह में सदन की उत्पादकता हुई कम । इस दौरान सिर्फ 37.60 प्रतिशत ही काम हो पाया। राज्यसभा सचिवालय ने बताया कि निरंतर व्यवधानों ने पहले तीन सप्ताह के लिए सदन की कुल कार्यक्षमता को घटाकर 46.70 प्रतिशत कर दिया।संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मानसून सत्र के दौरान अशोभनीय आचरण की वजह से इस सत्र की शेष अवधि के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें माकपा के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।