सदर विधायक सुदिब्य कुमार सोनू के आवासीय कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र सौप….
सदर विधायक सुदिब्य कुमार सोनू के आवासीय कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र सौप....
सदर विधायक सुदिब्य कुमार सोनू के आवासीय कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र सौप….
गिरिडीह: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन गिरिडीह और झासा के तहत आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर विद्याभूषण की अध्यक्षता में डॉक्टर की एक टीम सदर विधायक सुदिब्य कुमार सोनू के आवासीय कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र सौप कर समस्याओं से रूबरू कराए। पत्र के माध्यम से बताया गया कि राज्य सरकार के सरकारी डॉक्टर जिन्हें एनपीए नहीं मिलता उनके सरकारी ड्यूटी के बाद भी प्राइवेट प्रैक्टिस और आयुष्मान योजना से किसी प्रकार के मरीजों का इलाज नहीं करने पर
सरकार द्वारा पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। साथ ही सभी सरकारी डॉक्टरों से डिक्लेरेशन मांगा गया है कि वह किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल में जुड़े नहीं हैं। वह केवल अपना क्लीनिक चला सकते उसमें भी किसी मरीज को भर्ती नहीं कर सकते। इस दौरान विधायक ने मुद्दों को भलीभांति समझ कर हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि आप लोगों की मांगे जायज है इसको लेकर मुख्यमंत्री से वार्ता की जाएगी। इसी दौरान उन्होंने इस मुद्दे को लेकर स्वास्थ्य सचिव से टेलिफोनिक बात कर इन नियमों को बदलने का आग्रह किया है। मालूम हो कि 7 अगस्त को रांची में सारे सरकारी डॉक्टर इकट्ठा होकर सामूहिक इस्तीफा देने की बातें भी कह चुके हैं। इस बाबत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर विद्याभूषण ने कहा कि सरकार द्वारा जारी पत्र डॉक्टरों के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी की शिकायत को लेकर सदर विधायक को अवगत कराने के लिए हम सभी पहुंचें है। जिस पर विधायक ने सकारात्मक आश्वासन देते हुए कागजातों को देखकर उचित निदान की बातें कही है। डॉक्टर दीपक कुमार ने कहा कि जिन सरकारी डॉक्टरों को एनपीए नहीं मिलता वैसे डॉक्टरों का सरकारी सेवा के बाद बाहरी प्रैक्टिस पर रोक लगाने के कारण सभी सरकारी डॉक्टरों में और आक्रोश है। जिसको लेकर हम लोगों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से कहा गया कि अगर 21 अगस्त तक सरकार द्वारा जारी पत्र वापस नहीं लिया जाता है तो डॉक्टरों की टीम विवश होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएगी। जिसकी संपूर्ण जवाबदेही संबंधित विभाग पर हाेगी। मौके पर ,डॉक्टर बी एमपी राय , डॉ दीपक कुमार, डॉ राजेश चंद्रा,समेत कई डॉ. उपस्थित थे.