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भू-माफिया के साथ मिलकर इन्द्रदीप नारायण ने वंशावली में गड़बड़ी कर महेन्द्र ठाकुर के जमीन पर किया कब्जा : महेन्द्र ठाकुर

एसपी, डीसी, सीओ व थाना प्रभारी को आवेदन देने के 5 माह बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई

भू-माफिया के साथ मिलकर इन्द्रदीप नारायण ने वंशावली में गड़बड़ी कर महेन्द्र ठाकुर के जमीन पर किया कब्जा : महेन्द्र ठाकुर

 

एसपी, डीसी, सीओ व थाना प्रभारी को आवेदन देने के 5 माह बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई

 

भू-माफिया ने दबंगो के साथ बल प्रयोग कर 2 डिसमील पहले औऱ फिर थाना के पास आवेदन भेजने के बाद भी बेचा गया 3 डिसमिल ज़मीन , 47 डिसमीन से अधिक पर जमाया कब्जा

हजारीबाग:ब्यूरो रिपोर्ट 

हजारीबाग: हजारीबाग के कुम्हार टोली निवासी महेन्द्र ठाकुर ने जमीन विवाद को लेकर अंचल कार्यालय में बीते 5 सितंबर 2022 को उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक को बीते 2 सितंबर 2022, सब-रजिस्ट्रार एवं सदर थाने में भी आवेदन दिया, लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई अबतक नहीं की गई है। आवेदन में महेन्द्र ठाकुर ने बताया कि हजारीबाग के कुम्हारटोली के आश्रम रोड निवासी भू माफिया इन्द्रदीप नारायण पिता केदार ठाकुर ने हजारीबाग शहर के मौजा हजारी, थाना सदर में 141 खाता नंबर 29 व 54 के कुल रकबा 1 एकद्र 56.75 डिसमील जमीन पर वर्ष 2016 से नजर लगाये हुए था। बताया कि तब से इन्द्रदीप नारायण उक्त जमीन को जायज व नाजायज तरीका अपनाकर हासिल करने के लिए साजिश रचने लगा। इसके बाद इन्द्रदीप नारायण ने महेन्द्र ठाकुर के पारिवारिक वंशावली में अपना नाम जोड़कर जमीन का मालिकाना हक प्राप्त कर लिया। इसके बाद बीते 05 जुलाई 2022 को केवाला संख्या 4995 के द्वारा सन्नी कुमार पिता दुखन राम निवासी मल्लाह टोली थाना सदर जिला हजारीबाग को मौजा हजारी थाना नंबर 141, खाता नंबर 29, प्लाट नंबर 390 कुल रकबा 97 डिसमील मधे 02 डिसमील जमीन 7,00,000 रु हाल ही में में बिक्री कर दिया। इसके बाद इन्द्रदीप नारायण ने सर्वप्रथम 28 जनवरी 2015 को महेन्द्र ठाकुर को झाँसा देकर उक्त जमीन का एकरारनामा अपने नाम से करवा लिया। पुनः इन्द्रदीप नारायण दिनांक 10 अक्टूबर 2017 को अपने एक सहयोगी संजय प्रजापति के साथ मिलकर संयुक्त रूप से महेन्द्र ठाकुर के उक्त जमीन का एकरारनामा करवाया। इसके बाद महेन्द्र ठाकुर को जब इन्द्रदीप नारायण के गतिविधियों पर शंका होने लगा तब उन्होंने एकरारनामा को रद्द करने हेतु कानुनी नोटिस प्रेषित करा दिया। इसी दौरान इन्द्रदीप नारायण ने महेन्द्र ठाकुर के उक्त जमीन को हडपने व हासिल करने के लिए जालसाजी करते हुए फर्जी तरीका से वंशावली का शपथ पत्र सदर अंचल कार्यालय में अपर समाहर्ता हजारीबाग के कार्यालय से जमीन बिक्री करने का स्वीकृति 5 जुलाई 2022 को प्राप्त कर लिया। साथ ही एकरारनामा धारी की जगह जमीन का मालिकाना हक प्राप्त कर स्वयं लेख्यकारी बनकर 02 डिसमील जमीन का निबंधित केवाला औऱ फिर बाद में 3 डिसमिल धड़ल्ले से निष्पादित कर दिया। साथ ही अंचल कार्यालय व अपर समाहर्ता हजारीबाग के कार्यालय के रिपोर्ट के अनुसार 02 डिसमील जमीन बिक्री करने के उपरान्त वर्तमान में इन्द्रदीप नारायण के पास 47.75 डिसमील का मालिकाना हक भी प्राप्त कर लिया। महेन्द्र ठाकुर ने मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए प्रशासनिक पदाधिकारियों से भू माफिया इन्द्रदीप नारायण पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।

इसको भी जानिए…..

पति-पत्नी ने मिलकर बनाया फर्जी वंशावली आवेदन में महेन्द्र ठाकुर ने बताया कि इन्द्रदीप नारायण ने जो फर्जी वंशावली का शपथ पत्र बनाया है। इस वंशावली की पहचान इन्द्रदीप नारायण की पत्नी व अधिवकता ममता कुमारी द्वारा किया गया है। इससे यह साबित होता है कि किस तरह से दोनों पति-पत्नी मिलकर हमलोगों के साथ सोची समझी ठोस रणनीति बनाकर जालसाजी व धोखाधड़ी किये हैं। आवेदन में महेन्द्र ठाकुर ने बताया कि 11 दिसंबर 2021 को महेन्द्र ठाकुर पिता स्व रघुनन्दन ठाकुर के द्वारा निष्पादित किया गया वंशावली का शपथ पत्र पर मुखिया व वार्ड पार्षद का मोहर व हस्ताक्षर है। मालूम हो कि इंद्रदीप नारायण बंदोबस्त कार्यालय के अमीन कर्मचारी हैं , वही यह सब मामले में कल वह मरकचो में पदस्थापित होते हुए बिना छुट्टी लिए भू- माफिया के साथ मिलकर इस तरह के कारनामे को अंजाम दे रहे हैं । वहीं इनका जमीनों से विवादों का पुराना नाता जुड़ा रहा है।

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