भीम आर्मी जिला इकाई की ओर से शनिवार की शाम झंडा मैदान से झारखंड की बेटी पल्लवी के हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकाला
भीम आर्मी जिला इकाई की ओर से शनिवार की शाम झंडा मैदान से झारखंड की बेटी पल्लवी के हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकाला
भीम आर्मी जिला इकाई की ओर से शनिवार की शाम झंडा मैदान से झारखंड की बेटी पल्लवी के हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकाला
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह: भीम आर्मी जिला इकाई की ओर से शनिवार की शाम झंडा मैदान से झारखंड की बेटी पल्लवी के हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकाला गया। झंडा मैदान से निकाली गई कैंडल मार्च रैली के माध्यम से शहर के टावर चौक पहुंचे। जिसके बाद हत्यारे पीयूष तिवारी का पुतला दहन किया गया। इस दौरान झारखंड की बेटी पल्लवी की हत्या करने वाले पीयूष तिवारी को फांसी देने की मांग की गई। रैली के माध्यम से झारखंड सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए होश में आने की बात कही गई। भीम आर्मी झारखंड प्रदेश अध्यक्ष उज्ज्वल कुमार ने कहा कि झारखंड में विगत 2 साल से लगातार मां बेटी की हत्या की जा रही है। सरकार और प्रशासन को हत्यारे लोग खुली चुनौती देकर आगाह कर रहा है और लगातार हत्या किए जा रहा है। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने सरकार और प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि झारखंड के जितने भी महिला कॉलेज और हॉस्टल हैं वहां प्रशासनिक सुविधा उपलब्ध कराई जाए। ताकि झारखंड की बेटी अपने आप को सुरक्षित महसूस करें। जिला अध्यक्ष एकलव्य कुमार उजाला रावण ने कहा कि भीम आर्मी सदेव अन्याय और जुर्म के खिलाफ आवाज उठाते हुए आ रही है।
लेकिन झारखंड में जाति धर्म देखकर लोगों को न्याय दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में झारखंड की मां बेटी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि रांची की रहने वाली पल्लवी की हत्या पीयूष तिवारी द्वारा तलवार से पर दिया गया। इसी को लेकर भीम आर्मी कैंडल मार्च निकालकर जल्द से जल्द हत्यारे को फांसी देने की मांग की। मौके पर मीडिया प्रभारी पप्पू कुमार रावण,जिला कोषाध्यक्ष नंदलाल बौद्ध,जिला उपाध्यक्ष,सुभम कुमार,जिला महासचिव रोहित मेहरा,जिला प्रवक्ता कीर्ति बौद्ध,जिला मंत्री राहुल सावंत,जिला
आईटी शैल राहुल राजवंश,जिला महामंत्री कृष्णा तुरी,एवम संजय अंबेडकर,रंजीत रावण,मुकेश मोर्यावंसी,विजय आजाद,प्रदीप रावण,अजय रावण,मैघलाल बौद्ध,मुन्ना दास, बिकास दास,विकास बौद्ध,सोनू,मयंक राज अंबेडकर,सीताराम दास,अनुज,विशाल,मुख्य रूप से सामिल रहे ।