पलामू को 2030 तक बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए नया रोडमैप तैयार
मेदिनीनगर। जिला को 2030 तक बाल विवाह का खात्मे के लिए रोडमैप तैयार किया गया है।
पलामू को 2030 तक बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए नया रोडमैप तैयार
देश स्तर के कार्यशाला में अग्रगति ने लिया
मेदिनीनगर। जिला को 2030 तक बाल विवाह का खात्मे के लिए रोडमैप तैयार किया गया है।
पलामू: रोडमैप तैयार करने के लिए ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान के करीब दो सौ से भी अधिक सहयोगी संगठन देश की राजधानी नई दिल्ली में जमा हुए। जिसमे सक्रिय समाजिक संस्था अग्रगति ने पलामू जिला से भाग लिया। यहां बारी बारी से अपने अपने जिला में बाल विवाह की स्थिति को साझा किया गया। कार्यशाला में मिले विचारों से उत्साहित पलामू में काम कर रहे अग्रगति आश्वस्त है कि वह जिले को 2030 तक बाल विवाह मुक्त बना देगा। उक्त बातें अग्रगति के परियोजना पदाधिकारी किरण शंकर दत्त ने प्रेस विज्ञप्ति जारी मंगलवार को कहा । उन्होंने आगे कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि बाल अधिकारों के लिए काम कर रहे हमारे जैसे तमाम संगठन बाल विवाह के खात्मे के साझा लक्ष्य के लिए साझा प्रयास कर रहे हैं। इस कार्यशाला में हमने इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए नए और लक्ष्य केंद्रित करना सीखा। इस नए रोडमैप के साथ हम जमीनी स्तर पर नए विचारों पर अमल में सक्षम होंगे एवं राज्य और अपने जिले में बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई में उल्लेखनीय प्रगति करेंगे। हम अपने जिले में पंचायतों, जिला परिषदों और पंचों के साथ मिलकर काम करते रहेंगे। जमीनी स्तर पर जनजागरूकता अभियानों और कानूनी हस्तक्षेपों के माध्यम से हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि लोगों में नैतिक जवाबदेही का भाव पैदा करने के अलावा उन्हें इस बाबत जागरूक किया जा सके कि बाल विवाह अपराध है । उन्हें इस गैरकानूनी काम के नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं।
इस राष्ट्रीय कार्यशाला में चले मंथन के बाद 2024-25 के लिए अभियान के रोडमैप पर सहमति बनी जिसमें तय किया गया कि बच्चों के अधिकारों के संरक्षण में कानूनी दखल सबसे प्रभावी औजार है। इन गैरसरकारी संगठनों का उद्देश्य अपने जिलों में जिला प्रशासन और बाल विवाह निषेध अधिकारी (सीएमपीओ) के साथ समन्वय से बाल विवाह के खिलाफ बने कानूनों पर अमल सुनिश्चित करना और जनजागरूकता अभियान चलाना,
लोगों को बाल विवाह नहीं करने के लिए समझाना-बुझाना और कानूनी उपायों की मदद से बाल विवाह की रोकथाम करना है। इस अभियान के मूल में बाल विवाह के खात्मे के लिए प्रख्यात बाल अधिकार कार्यकर्ता भुवन ऋभु की बेस्टसेलर किताब ‘व्हेन चिल्ड्रन हैव चिल्ड्रेन टिपिंग प्वाइंट टू इंड चाइल्ड मैरेज’ में सुझाई गई कार्ययोजना है।