कोरोनकाल में राहत कार्य चलाने की जरूरत — दर्शन सोनी
कोरोनकाल में राहत कार्य चलाने की जरूरत -- दर्शन सोनी
कोरोनकाल में राहत कार्य चलाने की जरूरत — दर्शन सोनी
संवाददाता: ईश्वर यादव
बरकट्ठा: कोरोना की दूसरी लहर के भय से लोग अपने अपने घरों में दुबके हैं ।वहीं लॉक डाउन के कारण लोगों का रोजगार प्रभावित है।समाजसेवी दर्शन सोनी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोरोनकाल में राज्य सरकार को युद्ध स्तर पर राहत कार्य चलाने की जरूरत है।उन्होंने मुख्य मंत्री को पत्र लिखकर पूरे सूबे में गरीब,मजदूर,असहायों,ठेले वाले व अन्य जरूरतमंदों के बीच राहत कार्य चलाने की मांग की है।उन्होंने कहा कि सरकार के दिशा निर्देश का पालन तो लोग कमोबेश कर रहे हैं।पर पेट की आग कैसे बुझेगी सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।इस संकट काल में सबसे बड़ी समस्या आजीविका का है।जिसका समाधान सरकार को करना है।जनता की लोकप्रिय सरकार से लोग आशा भरी नजरों से देख रहे है।एक तरफ ईद का त्यौहार दूसरी ओर कोरोना की मार ने लोगो की कमर तोड़ दी है।राशन के साथ साथ आर्थिक मदद की जरूरत भी है।वही कोई भूखा नही रहे इसके लिए पुनः सामुदायिक किचन की ब्यवस्था की मांग की है।साथ ही श्री सोनी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान तैनात अनुबंध कर्मियों को 50 लाख की बीमा व प्रोत्साहन राशि दी जाय।वहीं पत्रकारों को भी 25 लाख की बीमा की ब्यवस्था की जाए।देखा जा रहा है कोरोना वारियर्स की भूमिका में अनुबंध कर्मियों रोजगार सेवक,पारा शिक्षक व अन्य को झोंक दिया गया है।जबकि अच्छे खासे वेतन व लाभ लेनेवाले सुरक्षित परिवेश में कार्य को अंजाम दे रहे हैं।उन्होंने वैसे अनुबन्ध कर्मी जो कोविड ड्यूटी में तैनात है।उन कर्मियों को भी कोरोना वारियर्स की श्रेणी में रखा जाय।