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श्री देवराहा बाबा संगीत समारोह में शास्त्रीय संगीत की धूम

देश के प्रसिद्ध शास्त्रीय कलाकारों ने कला की अमित छाप छोड़ी

श्री देवराहा बाबा संगीत समारोह में शास्त्रीय संगीत की धूम

— देश के प्रसिद्ध शास्त्रीय कलाकारों ने कला की अमित छाप छोड़ी

गिरिडीह, मनोज कुमार।

गिरिडीह : संगीत साधना केंद्र गिरिडीह के तत्वावधान में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार को मोदी भवन गिरिडीह में आयोजित श्री देवराहा बाबा संगीत समारोह में अंतराष्ट्रीय कलाकारों ने अपनी कला से धूम मचा दी। शुरुआत सुनील केडिया के गुरु वंदना से हुई। श्री देवराहा बाबा को नमन करते हुए सुनील केडिया ने ‘पायो जी मैंने रामरतन धन पायो… गाकर श्रोताओं के मन मोह लिया।

संगीत साधना केंद्र के संस्थापक व अंतराष्ट्रीय कलाकार पंडित शम्भूदयाल केडिया ने बताया कि यह संस्था गिरिडीह में 1990 से ही श्री देवराहा बाबा शास्त्रीय संगीत समारोह आयोजित कर रही है। समारोह में अबतक देश-विदेश के प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी कला का जादू बिखेरा है।

उसके बाद दिल्ली से आये सितार वादक पंकज विशाल ने राग मारवा प्रस्तुत की। तबले पर संगत रविशंकर सिंह कर रहे थे। फिर दिल्ली के पंडित राकेश पाठक ने बेटी आयोनिजा पाठक के साथ राग पूर्वी गायन पेश किया। सुमधुर आवाज के धनी श्री पाठक ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। तबले पर संगत पंडित अमित चटर्जी और हारमोनियम पर कमलेश मुखर्जी ने शानदार संगत की।

विदुषी रोजी दत्ता ने अपने खास अंदाज में मनमोहन गायन की प्रस्तुति दी। तबले पर चिरंजीत मुखर्जी व हारमोनियम पर कमलेश मुखर्जी ने संगत की। विश्वविख्यात बाँसुरी वादक ग्रेमी अवार्ड से सम्मानित पंडित अजय प्रसन्ना व राग यमन ने बाँसुरी वादन से सबका मन मोह लिया। तबले पर पंडित इंद्रनील मल्लिक ने संगत किया। विदुषी ईशा बंधोपाध्याय ने ठुमरी दादरा शास्त्रीय गायन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। तबले पर चिरंजीत मुखर्जी व हारमोनियम पर कमलेश मुखर्जी ने संगत की। अंत में केडिया बंधु पंडित मोरमुकुट केडिया व पंडित मनोज केडिया ने सितार व सरोद वादन से धूम मचा दी। सभी वाह-वाह कर उठे। तबले पर संगत प्रसिद्ध तबला वादक डॉ राजकुमार नागर ने की। मंच संचालन नीलकमल भरतिया ने किया।

मौके पर कला संगम के संरक्षक राजेंद्र बगेड़िया, अजय सिन्हा मंटू, अंजनी सिन्हा, बाँसुरी वादक रामकुमार सिन्हा, गायक कुलदीप छाबड़ा, दीपक विश्वकर्मा, सुनील मंथन शर्मा, दयाशंकर सिंह, श्रवण केडिया, हर्षित केडिया, सल्लू बगेड़िया, जगदीप शोला, कामेश्वर मंडल, विस्मय अलंकार, ममता सिन्हा, प्रशांत सागर सहित सैकड़ों संगीत प्रेमी उपस्थित थे।

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