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विश्व फिजियोथैरेपी दिवस के उपलक्ष्य पर आरोग्यम अस्पताल में नि:शुल्क फिजियोथैरेपी परामर्श शिविर लगा

50 से अधिक मरीजों का कराया अपना परीक्षण, डॉ. नीरज सिंह उज्जैन ने दिया उचित परामर्श गुरुवार को विश्व फिजियोथैरेपी

विश्व फिजियोथैरेपी दिवस के उपलक्ष्य पर आरोग्यम अस्पताल में नि:शुल्क फिजियोथैरेपी परामर्श शिविर लगा

 

50 से अधिक मरीजों का कराया अपना परीक्षण, डॉ. नीरज सिंह उज्जैन ने दिया उचित परामर्श गुरुवार को विश्व फिजियोथैरेपी

हजारीबाग: दिवस- 2022 के अवसर पर हजारीबाग के एकलौते सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा फ़्री फिजियोथैरेपी परामर्श कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें हाथ- पैर का लकवा, चेहरे का लकवा, जोड़ों का दर्द, चक्कर आना और सिर का दर्द, साइटिका, मांस पेशियों की अकड़न और दर्द, जबड़े की अकड़न, कमर दर्द, पार्किसन, कंधे का जाम हो जाना, हाथ- पैर में झिनझिनाहट, मोटापा, रीढ़ की हड्डी का खिसकना, नसों की समस्या, खेलकूद संबंधित चोट, मायोपैथी, रीड की हड्डी का टेढ़ापन संबंधी कष्टों से ग्रसित करीब 50 से अधिक लोग पंहुचे। जहां आरोग्यम हॉस्पिटल के अनुभवी फिजियोथैरेपी चिकित्सक डॉ. नीरज सिंह उज्जैन ने सभी मरीजों को फिजियोथैरेपी विधि से ईलाज किया और उचित चिकित्सीय परामर्श दिया ।

फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. नीरज सिंह उज्जैन ने फिजियोथैरेपी के उद्देश्य के बाबत बताया इसका उद्देश्य रोगी की गतिविधियों, शारीरिक कार्य क्षमता और कल्याण को बहाल करना, संरक्षित करना और अधिकतम करना है। भौतिक चिकित्सा, चोट की रोकथाम, और फिटनेस सभी भौतिक चिकित्सा के लाभ हैं। जब कोई चोट, बीमारी या विकलांगता से प्रभावित होता है तो फिजियोथेरेपी चिकित्सा मरीज़ को भौतिक उपकरणों और व्यायाम के माध्यम से मरीज़ के स्वास्थ्य, कार्य क्षमता, सक्रियता, गतिविधि को बहाल करने में मदद करती है। फिजियोथैरेपी भविष्य में संभावित चोट या बीमारी के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकता है। एक प्रशिक्षित फिजियोथैरेपिस्ट मरीज़ के स्वास्थ्य का आकलन करने के उपरांत रोगी के लिए चिकित्सा संबंधी योजनाएं बना कर उस पर कार्य करता है। फिजियोथेरेपी चिकित्सा यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि व्यक्ति सक्रिय रहें ।

मौके पर आरोग्यम हॉस्पिटल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि विश्व भौतिक चिकित्सा दिवस 2022 का विषय है ऑस्टियोआर्थराइटिस के प्रबंधन और रोकथाम में फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका है। हर्ष अजमेरा ने बताया कि ऑस्टियोआर्थराइटिस दुनिया की सबसे प्रचलित संयुक्त( जोड़) रोग है। यह दुनिया भर में करीब 50 लाख से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित करता है, घुटने के अर्थराइटिस के साथ सभी अर्थराइटिस मामलों का 60% हिस्सा होता है।

291 विकारों की विश्वव्यापी समीक्षा में कूल्हे और घुटने की आर्थराइटिस विकलांगता का 11वां प्रमुख कारण है।

ओस्टियो आर्थराइटिस का सटीक कारण अज्ञात है। जोखिम कारकों में अधिक वजन या मोटापा या संयुक्त चोट या सर्जरी का इतिहास होना शामिल है। अति प्रयोग और आनुवंशिकता का अतीत होना भी एक गंभीर जोखिम है। उन्होंने कहा कि

व्यायाम ऑस्टियोआर्थराइटिस के लिए पहली पंक्ति की चिकित्सा है। एक फिजियोथेरेपिस्ट दर्द कम करने और ओए प्रबंधन पर मार्गदर्शन और शिक्षा प्रदान कर सकता है। वे संयुक्त गतिशीलता और मांसपेशियों की ताकत को कैसे या कब बढ़ाना है, इस आर्थराइटिस वाले व्यक्तियों को शिक्षित कर सकते हैं। आर्थराइटिस से पीड़ित लोगों को यथासंभव सक्रिय रहना चाहिए। यह दर्द से राहत देता है और अन्य लक्षणों को कम करता है। यह व्यक्तियों को स्वतंत्र जीवनशैली और दर्दमुक्त जीवन जीने में सहायक होता है। एक फिजियोथेरेपिस्ट आपको बता सकता है कि कैसे सक्रिय रहना है। फिजियोथेरेपी उपचार आपको इन कारकों को सामान्य कार्य पर लौटने, सूजन, कठोरता और सूजन को कम करने और मांसपेशियों, स्नायुबंधन और टेंडन को मजबूत करने में मदद कर सकता है ताकि वे जोड़ों को ठीक से समर्थन दे सकें ।

 

आरोग्यम अस्पताल में आयोजित इस नि:शुल्क फिजियोथैरेपी परामर्श शिविर को सफल बनाने में हॉस्पिटल की एडमिस्ट्रेटर जया सिंह, प्रबंधन से जुड़े राजीव कुमार, रवि सिंह, राकिब फैजी, फिजियोथैरेपिस्ट के सहयोगी के रूप में खुबशी कुमारी, इंदु कुमारी, बबीता कुमारी, उषा कुमारी, ओम कुमार सहित अन्य लोगों ने सरहनीय भूमिका निभाया।

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