माटी का स्वाभिमान आंदोलन के तहत 27 को सभा, खतियान आधारित स्थानीय नीति की माँग
गाँधी मैदान, हज़ारीबाग़ में 27 को विशाल कार्यक्रम
हजारीबाग :- खतियान आधारित स्थानीय नीति की माँग को लेकर राज्य के तमाम आदिवासी – मूलवासी विचारधारा से सम्बंध रखने वाले संगठनों और विचारकों का एक संयुक्त मंच तैयार किया गया है. इसे माटी का स्वाभिमान आंदोलन नाम दिया गया है. इस आंदोलन में युवाओं की विशेष तौर पर भागीदारी सुनिश्चित की गयी है. माटी का स्वाभिमान आंदोलन का संयोजक संजय मेहता को बनाया गया है. आंदोलन की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हज़ारीबाग़ के गाँधी मैदान में एक सभा आयोजित की जाएगी. जिसमें खतियान आधारित स्थानीय नीति पर विचारक अपनी – अपनी राय रखेंगे. 1932 के खतियान को स्थानीयता का आधार बनाने की माँग की जाएगी. आंदोलन के संयोजक संजय मेहता ने बताया की झारखंड निर्माण के दो दशक से ज़्यादा वक्त बीत जाने के बाद भी अब तक झारखंड की स्थानीय नीति का परिभाषित न होना दुर्भाग्य की बात है. झारखंड में झारखंड के ही लोगों की हकमारी की जा रही है. आंदोलन से पूर्व संजय मेहता ने राँची में जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा के समक्ष एक दिवसीय मौन उपवास किया.
संजय मेहता ने कहा की राज्य के भीतर झारखंडी जन भावनाओं के आधार पर ही सरकारी और प्रशासनिक निर्णय लेने होंगे. अब तक झारखंडी जनता को छला गया है. इसलिए माटी का स्वाभिमान आंदोलन के माध्यम से सरकार को आग्रह किया जाएगा की सरकार खतियान आधारित स्थानीय नीति को लागू करे. यह सूचना आर्यकांत मेहता ने दी.