बड़े हर्षउल्लास के साथ आदिवासी समाज के लोगों ने प्राकृतिक से जुड़े पर्व सरहुल मनाया
बड़े हर्षउल्लास के साथ आदिवासी समाज के लोगों ने प्राकृतिक से जुड़े पर्व सरहुल मनाया
बड़े हर्षउल्लास के साथ आदिवासी समाज के लोगों ने प्राकृतिक से जुड़े पर्व सरहुल मनाया
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह: जिले में शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ आदिवासी समाज के लोगों ने प्रकृति से जुड़े पर्व डिसोम बाहा पोरोब (सरहुल) धूमधाम से मनाया। इस दौरान मिलन समारोह का आयोजन जिला आदिवासी छात्रसंघ की अगुवाई में किया गया। आदिवासी समुदाय द्वारा बस स्टेंड स्थित मांझी थान पर सरहुल बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। यहां संस्कृति रितिरिवाज के साथ पूजन भी किया गया। रीतिरिवाज के साथ पूजा करने के बाद समाज के द्वारा गिरिडीह में सरहुल की शोभायात्रा निकाली गई जिसमें महिलाओं और युवतियों ने पारंपरिक वेश भूषा में नृत्य करते हुए शहर का भ्रमण किया।
इस दौरान समाज के युवक-युवतिया मांदर की थाप पर थिरकते हुए नजर आए। समाज के लोगों ने शहरी क्षेत्र का भी भ्रमण किया। बताया गया की बाहा पर्व आदिवासियों का वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक पर्व है। पतझड़ के बाद पेड़ पौधों को टहनियों में हरे हरे पत्ते आम की मंजर तथा सखुवा के फूल से जब पूरा वातावरण सुगंधित हो जाती है तब सरहुल मनाया जाता है। इस समारोह में
आदिवासी छात्रसंघ के अध्यक्ष प्रदीप सोरेन
सचिव मदन हेंब्रम मीडिया प्रभारी रमेश मुर्मू , हिंगामुनी मुरमुर, सहित छात्रसंघ के तमाम सदस्य समेत समाज के लोग मौजूद थे।