पंचमुखी मोड़ का नामांकरण अम्बेडकर चौक वहाँ के ग्रामीणों द्वारा किया, जिसका उदघाटन गिरिडीह के पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने नारियल फोड़ कर किया
पंचमुखी मोड़ का नामांकरण अम्बेडकर चौक वहाँ के ग्रामीणों द्वारा किया, जिसका उदघाटन गिरिडीह के पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने नारियल फोड़ कर किया
पंचमुखी मोड़ का नामांकरण अम्बेडकर चौक वहाँ के ग्रामीणों द्वारा किया, जिसका उदघाटन गिरिडीह के पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने नारियल फोड़ कर किया
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह: भारत रत्न बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जी के परिनिर्वाण दिवस पर परातडीह में पंचमुखी मोड़ का नामांकरण अम्बेडकर चौक वहाँ के ग्रामीणों द्वारा किया, जिसका उदघाटन गिरिडीह के पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने नारियल फोड़ कर किया।इस उदघाटन समारोह में उन्होंने कहा कि बाबा साहब जो कि आधुनिक भारत के निर्माता कहलाये जाते हैं। समाज के अंतिम पायदान पर रहने वाले शोषित समाज से आते हुए भी उन्होंने अपने समाज के उत्थान के लिए हमेशा प्रयाशरत रहे।उन्होंने अपने समाज में शिक्षा का अलख जगाया ताकि शोषित वंचित लोग अपने अधिकार के लिए लड़ सके।उन्होंने कहा कि लड़ाई केवल अश्त्रो से नही लड़ी जाती जाती है, अगर हममे शिक्षा होगी तो हमें अपने अधिकार को लेने से कोई रोक नही सकता है।
इसलिए उन्होंने अपने समाज को “शिक्षा शेरनी का दूध” का नारा दिया।जिसका परिणाम है कि आज दलित शोषित वंचित अंतिम कतार में खड़ा व्यक्ति भी शिक्षा के बल पर उस मुकाम पर पहुँचने का काम किया है, जो कि उनके लिए केवल एक नाममात्र का सपना था जिसे वो केवल देख सकते थे,कभी पूरा करने की सोच भी नही सकते थे।उन्होंने संविधान में ऐसे लोगो को यह ताकत प्रदान की कि जिससे ये लोग समाज मे सर उठा कर रह सके।आज मैं ऐसे महापुरुष को उनके 67वी पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन करता हूँ।
इस उदघाटन समारोह में मुख्य रूप से अनूप सिन्हा,बीरेंद्र वर्मा,प्रकाश दास, गोविंद तुरी,शंकर दास,फूलों यादव,राजू दास,छोटू दास,राजन दास,प्रयाग दास,खयाली दास,सुशील दास,मुकेश दास टिंकू दास,सूरज दास,दीपक दास,सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।