खत्म नहीं हो रहा है रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का जश्न
खत्म नहीं हो रहा है रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का जश्न
खत्म नहीं हो रहा है रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का जश्न
हिलसा/नालंदा: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव पूरे देश मे मनाया गया। इस अवसर पर हिलसा सूर्यमंदिर के बड़े तालाब को इग्यारह हजार दीपों से सजाया गया था। साथ ही सारे मंदिर रंगबिरंगी रौशनी से सरोबार थे। इस अवसर पर यहाँ बिहार का सबसे बड़ा दिया जलाया गया। दस हजार से ज्यादा भीड़ जय श्रीराम का उदघोष करते शाम में घंटों डटी रही। रात लोगों का जमावड़ा लगा रहा और उनलोगों ने कार्यक्रम के संयोजक वरिष्ठ भाजपा नेता प्रणव प्रकाश को मजबूर किया कि कार्यक्रम आगे भी जारी रहे। 23 जनवरी को भी बड़ा दिया जलता रहा एवं भजन कीर्तन और पूजन के साथ पुनः इग्यारह हजार दीपक जलाया गया। 24 तारीख को बड़े दीप को दोपहर शुभ मुहूर्त हटाया गया। फिर रामायण का मंचन के साथ इग्यारह हजार दीप प्रज्वलित हुए। कार्यक्रम के व्यवस्था प्रमुख साहिल पटेल ने 24 तारीख की रात्रि को बहुत मशक्कत के बाद कार्यक्रम विधिवत समाप्त करने के लिए लोगों को राजी किया।
भगवान राम की भक्ति का अनूठा स्वरूप हिलसा में देखने को मिला। इस अवसर पर सबसे खास बात रही नालंदवासियों द्वारा बहुत बड़ी मात्रा में तेल दान। बड़े दीपक में लगभग तीन हजार लीटर तेल जलने के बाद भी लगभग पाँच सौ लीटर तेल बच गया। बचे हुये लगभग तीन सौ लीटर तेल को हिलसा एवं आसपास के मंदिरों में ई प्रणव प्रकाश, योगेन्द्र मंडल, साहिल पटेल, मंजय कुमार, विकास चंद्रवंशी, अभिनव जायसवाल, संदीप सुमन एवं अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा वितरित किया गया ताकि हर मंदिर में कई दिनों तक दीप प्रज्वलित होता रहे। लगभग दो सौ लीटर तेल हिलसा के प्रबुद्ध जनों के द्वारा गरीबों में वितरित किया गया।