कोरोना लॉकडाउन के बीच जनसेवा की मिसाल पेश कर रहे हैं ये बुजुर्ग दंपति
खबर 24 न्यूज़ ब्यूरो रिपोर्ट
हज़ारीबाग: कोरोना लॉकडाउन के दौरान जहां जरूरतमंदों की सेवा में हर उम्र के सेवाभावी लोग जुटे हुए हैं वहीं शहर के प्रख्यात समाजसेवी पूर्व जिप अध्यक्ष ब्रजकिशोर जायसवाल और उनकी धर्मपत्नी विद्या जायसवाल भी सदर विधायक मनीष जायसवाल द्वारा किए जा रहे सेवा कार्यों में बखूबी सहयोगी बनकर हाथ बंटा रहे हैं। उम्र के अंतिम पड़ाव वृद्धावस्था में भी जायसवाल परिवार के ये दम्पत्ति सेवा, त्याग, सादगी और समर्पण की मिसाल समाज के समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं। यूं तो अपने जमाने में साफ़गोई और सादगी के साथ सेवाभाव के लिए लोकप्रिय रहे ब्रजकिशोर जायसवाल वर्तमान समय में भी जनसेवा को सर्वोपरि मानते है। जानकारी के मुताबिक वृद्ध ब्रजकिशोर जायसवाल की उम्र 78 वर्ष और उनकी धर्मपत्नी विद्या जायसवाल की उम्र 73 साल की है। इसके बावजूद ये वृद्ध दंपति क्षेत्र के जरूरतमंदों और भूखों के लिए राहत सामग्री खाद्य पैकेट्स का निर्माण अपने घरों पर रहकर ही कर रहे हैं। इनके जज्बे को देखकर आज जरूरत है समाज के अन्य जागरूक लोगों को आगे आकर जरूरतमंदों की सहयोग करने की ताकि लोगों को इस विकट परिस्थिति में भी किसी तरह के समस्या का सामना ना करना पड़े। पूर्व जिप अध्यक्ष ब्रजकिशोर जायसवाल कहते हैं की लॉकडाउन के खाली समय का हम ऐसे सेवा कार्यों में खपत करके आत्मिक रूप से खुशी की अनुभूति का अलौकिक एहसास करते हैं। उन्होंने कहा की अपने बेटा सह सदर विधायक मनीष जायसवाल को जनसेवा में लगातार जुटे देखकर मैं खुद को सफल और गौरवांवित महसूस करता हूं। सच में मुझे लगता है की मेरा जीवन सफल हो गया ।