केएमसीईएल कारखाना का हुई नीलामी, 112 करोड़ में कोलकाता के लोगोन एथिकल्स कंपनी ने लगाई उच्चतम बोली
केएमसीईएल कारखाना का हुई नीलामी, 112 करोड़ में कोलकाता के लोगोन एथिकल्स कंपनी ने लगाई उच्चतम बोली
केएमसीईएल कारखाना का हुई नीलामी, 112 करोड़ में कोलकाता के लोगोन एथिकल्स कंपनी ने लगाई उच्चतम बोली
धनबाद: मलय गोप
धनबाद/कुमारधुबी : कुमारधुबी स्थित बंद पड़े kmcel कुमारधुबी मेटल कास्टिंग एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड की शुक्रवार को रांची में बिक्री प्रक्रिया पूरा कर ली गई है। नीलामी प्रक्रिया में कोलकाता के लोगोन एथिकल्स कंपनी की बोली स्वीकृत किया गया। इसकी जानकारी हाई कोर्ट के लिक्विडेटर केसी मीणा ने बताया कि 112 करोड़ रुपये में लोगोन एथिकल्स ने केएमसीईएल खरीद लिया है। नीलामी के अंतिम प्रक्रिया में कोलकाता के ही सिद्धि विनायक व लोगोन एथिकल्स बच गया था और लोगोन एथिकल्स ने 112 करोड़ रुपए की बोली लगाकर नीलामी में बाजी मार लिया। कारखाने की नीलामी के बाद यहां के मजदूरों की आशा जगी है। अब देखना है कि लोगोन एथिकल्स कंपनी क्या करती है।
आपको बताते चलें कि केएमसीईएल कारखाना 164 एकड़ 13 डिसमिल भू भाग में है। इसमें 1400 कंपनी क्वाटर है। बताया जाता है कंपनी में अभी भी 500 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। रखरखाव के अभाव में सारी मशीन खराब हो रही है। कारखाना में 947 अस्थाई व 2000 ठेका मजदूर थे। बिहार सरकार और टाटा कंपनी के हिस्सेदारी के तालमेल न होने के कारण कारखाना 1994 में बंद हो गया। जिसके बाद मजदूरों के रोजी-रोटी छिन गई। आधे से अधिक मजदूरो का रोजी-रोटी की तलाश में पलायन कर गए और कितने मजदूर की मृत्यु हो गई। मगर आज भी सैकड़ो मजदूर इस कारखाने की खुलने की आश लगाए हुए है। ताज्जुब की बात यह है कि जो मजदूर इस कंपनी में अस्थाई वर्कर के रूप में थे। आज वहीं मजदूर इस कंपनी में महज तीन हजार रुपये के वेतन में देख रेख का काम कर रहे हैं। कारखाना की स्थापना 1864 में हुआ था।