आईसेक्ट विश्वविद्यालय में यूजी और पीजी के लिए प्रवेश प्रारंभ
विद्यार्थियों का समावेशी विकास, आईसेक्ट विश्वविद्यालय की प्राथमिकता : डॉ मुनीष गोविंद
आईसेक्ट विश्वविद्यालय में यूजी और पीजी के लिए प्रवेश प्रारंभ
स्थापना के 6 वर्षों में आईसेक्ट विश्वविद्यालय ने बनाई अलग पहचान
विद्यार्थियों का समावेशी विकास, आईसेक्ट विश्वविद्यालय की प्राथमिकता : डॉ मुनीष गोविंद
हजारीबाग:ब्यूरो रिपोर्ट
हजारीबाग: आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग में सत्र 2022-23 की नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इच्छुक विद्यार्थी, विश्वविद्यालय कार्यालय में आकर नामांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। बता दें कि आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग की स्थापना हजारीबाग में 16 मई 2016 को हुई। इन 6 वर्षों के दरमियान आईसेक्ट विश्वविद्यालय ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आईसेक्ट विश्वविद्यालय कौशल के साथ साथ क्वालिटी एजुकेशन के लिए प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों का समावेशी विकास करते हुए उन्हें आधुनिक परिवेश के लिए तैयार करना है। यही वजह है कि झारखंड के विभिन्न जिलों के साथ साथ पड़ोसी राज्यों से भी बड़ी संख्या में विद्यार्थी विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में स्नातक व स्नातकोत्तर के लगभग सभी विषयों की पढ़ाई होती है। साथ ही कई प्रोफेशनल और डिप्लोमा कोर्स भी विश्वविद्यालय में संचालित किए जाते हैं। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में कैंपस प्लेसमेंट की भी सुविधा उपलब्ध है।
विश्वविद्यालय में कौन-कौन कोर्स हैं उपलब्ध , महत्पूर्ण जानकारी जाने
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने बताया कि तरबा-खरबा स्थित विश्वविद्यालय के मुख्य कैंपस में 34 एकड़ से भी अधिक भूमि मौजूद है, जिसमें 4 ब्लॉक का निर्माण हो चुका है। फिलहाल मुख्य कैंपस में विद्यार्थियों के लिए कई कोर्सों की स्मार्ट कक्षाएं व सामान्य कक्षाएं संचालित की जा रही है। साथ ही विश्वविद्यालय की ओर से विद्यार्थियों की सुविधा के लिए तीन बसों की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहा कि यूजीसी से मान्यता प्राप्त आईसेक्ट विश्वविद्यालय में बीए, बीएससी, बी कॉम, एमए, एमएससी, एम कॉम, बी लीब, एम लीब के अलावा मैनेजमेंट के क्षेत्र में बीबीए, पीजीडीआरडी, बीसीए, बीएससी (आईटी), एमएससी (आईटी), कृषि के क्षेत्र में बीएससी (एग्रीकल्चर), एमएससी (एग्रीकल्चर), पत्रकारिकता में बीजेएमसी, एमजे, योग में एमए इन योगा, पीजी डिप्लोमा इन योगा के साथ साथ बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स, बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स, मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स समेत अन्य व्यवसायिक कोर्सों की पढ़ाई होती है।
विश्वविद्यालय में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध ,जानिए क्या है खास
आईसेक्ट विश्वविद्यालय आधुनिक सुविधाओं से लैस है। विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड के जरिए स्मार्ट क्लासेस भी चलाए जाते हैं। साथ ही विश्वविद्यालय में समय समय पर नि:शुल्क कैरियर काउंसलिंग और प्लेसमेंट की सुविधा भी विद्यार्थियों को मुहैया कराई जा रही है।
इन व्यवसायिक कोर्सों में विद्यार्थियों का बढ़ रहा है अधिक रूझान जानिए
विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से बताया गया कि पिछले कुछ वर्षों में परफॉर्मिंग आर्ट्स व फाइन आर्ट्स के साथ-साथ बीएससी एग्रीकल्चर, एमएससी एग्रीकल्चर, पीजी डिप्लोमा इन योगा, एमए इन योगा जैसे कोर्सों की मांग विद्यार्थियों में तेजी से बढ़ी है। इसके पीछे की वजह बताया गया कि दरअसल इन क्षेत्रों में युवाओं के लिए करियर की संभावनाएं बहुत अधिक होना है। कृषि के क्षेत्र में कोर्स कर विद्यार्थी मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर, डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च एंड एजुकेशन, एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर डिपार्टमेंट जैसे कई जगह पर आसानी से रोजगार पा सकते हैं। वहीं अन्य व्यवसायिक कोर्सों में भी रोजगार की असीम संभावनाएं मौजूद है।
क्या कहते हैं कुलसचिव मुनीश गोविंद
आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद बताते हैं कि आइसेक्ट विश्वविद्यालय का उद्देश्य युवाओं में समावेशी विकास कर उन्हें भविष्य की सुनहरी राहें प्रदान करना है। इसी के मद्देनजर विश्वविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किए जाने के साथ-साथ विश्वविद्यालय में खेल-कूद, सेमिनार, वेबीनार व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा अन्य कार्यक्रम समय-समय पर कराए जाते हैं।