यूथ आइकॉन हर्ष अजमेरा ने दिखाई दरियादिली,
मुक्तिधाम सेवा संस्थान को सौंपा मुक्ति वाहन 'स्वर्ग सोपान'...
हजारीबाग में शवों का अंतिम संस्कार करने वाली संस्था मुक्तिधाम सेवा संस्थान के संस्थापक नीरज कुमार के आग्रह पर बिना कोई विलम्ब के हजारीबाग के यूथ आइकॉन हर्ष अजमेरा ने रविवार को अंतिम यात्रा के समय व्यक्ति को विश्रमाघाट तक पंहुचाने में सहयोग प्रदान करने के लिए एक मारुति ओमनी एम्बुलेंस के रूप में मुक्ति वाहन भेंट किया।
हर्ष अजमेरा ने इस मुक्ति वाहन का नाम स्वर्ग सोपान रखा है। मुक्तिधाम सेवा संस्थान के संस्थापक नीरज कुमार को स्वर्ग सोपान की चाभी विधिवत रूप से सौंपी। मौके पर हर्ष अजमेरा ने बताया की शवों की अंतिम यात्रा में विश्रमाघाट तक यह मुक्ति वाहन निःशुल्क सेवा उपलब्ध कराकर मृतकों के परिजनों को बड़ी राहत पंहुचाएगा। उन्होंने कहा की ऐसे सामाजिक सेवा कार्य में सहयोग कर पाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। हर्ष अजमेरा ने समाज के अन्य सक्षम लोगों से भी ऐसे सेवा के कार्यों में सहयोग प्रदान करते हुए कोरोना जैसी महामारी की स्थिति में शवों के अंतिम संस्कार का कार्य करने करने वाली संस्था मुक्तिधाम सेवा संस्थान को अपने स्तर से सहयोग करने की जरूरत बताई। उन्होंने यह भी कहा की किसी जरूरतमंद परिवार के लिए शवों की अंत्येष्टि का कार्य उनके आंतरिक संवेदना से जुड़ा होता है। ऐसे समय में उस परिवार के लिए किया गया सहयोग मानवता उनके लिए तो बड़ा मदद होता ही है मानवता को भी जिंदा रखने के लिए समाज में मिशाल पेश करता है। समाज के युवा वर्ग को इस कार्य में बढ़ – चढ़कर विशेष सहयोग और समर्थन करना चाहिए ।
मुक्तिधाम सेवा संस्थान के संस्थापक नीरज कुमार ने बताया की हजारीबाग में शवों के अंतिम संस्कार करने की जिम्मेदारी मेरी संस्था ने उठाई है जिसे हजारीबाग के जनभागीदारी से हम निर्वहन करने का पूरा प्रयत्न करेंगे। नीरज कुमार ने हर्ष अजमेरा के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा की एक दिन पूर्व ही मैंने उनसे शव वाहन के लिए आग्रह किया और दूसरे दिन उन्होंने मुझे यह स्वर्ग सोपान सौंपकर जो सम्मान दिया है उसे हजारीबाग की जनता आजीवन नहीं भूल पाएगी। नीरज कुमार ने भी हजारीबाग वासियों से शवों के अंतिम संस्कार के इस पुनीत सेवा कार्य सहयोग की अपेक्षा जताई है। हजारीबाग के सभी वर्ग, धर्म और समुदाय के लोगों ने यूथ आइकॉन हर्ष अजमेरा के इस कार्य की भुरी- भुरी प्रशंसा की ।