राज्य के किसान समृद्ध हो यह सरकार की प्राथमिकताओं में:मुख्यमंत्री
चीर के जमीन मैं उम्मीद बोता हूं,मैं किसान हूं चैन से कहां सोता हूं:बादल पत्रलेख
Hazaribag : विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त के अवसर पर कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग,झारखंड सरकार के द्वारा केसीसी कार्ड एवं मुख्यमंत्री पशुधन योजना अंतर्गत पशुधन वितरण शिविर स्थानीय नगर भवन,हजारीबाग में संपन्न हुआ|
इस आयोजन में कृषि पशुपालन एवं गव्य विकास विभाग द्वारा विभिन्न परिसंपत्तियों तथा चेक का वितरण किया गया| राज्य स्तर पर मनाए गए विश्व आदिवासी दिवस पर मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन एवं कृषि मंत्री श्री बादल पत्रलेख द्वारा संयुक्त रुप से इस कार्यक्रम का ऑनलाइन उद्घाटन किया गया|
इस कार्यक्रम के माध्यम से पशुपालन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अंतर्गत ब्रायलर कुकुट पालन के लिए 5 लाभुकों को इस योजना के लिए सांकेतिक रूप से स्वीकृति दी गई| इस अवसर पर बीना देवी को 90% अनुदान पर, नगवा की सुनीता देवी को 50% अनुदान पर, नगवा के विक्की कुमार को 50% अनुदान पर,नयाखाप की राखी कुमारी को 50% अनुदान पर, एवं भीलवाड़ा के नरेंद्र कुमार सिंह को 50% अनुदान पर 500 ब्रायलर रियरिंग यूनिट के लिए स्वीकृति पत्र सौंपी गई|
मौके पर पशुपालन पदाधिकारी न्यूटन तिर्की ने बताया कि वर्तमान में पशुपालन विभाग द्वारा केंद्र प्रायोजित योजना राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान एवं राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम चलाया जा रहा है एवं सभी दुधारू पशुओं के पहचान हेतु 12 अंकों के यूआईडी नंबर से टैगिंग एवं आईएनएफपीएस में निशुल्क पंजीकृत किया जा रहा है| उन्होंने कहा कि वर्तमान में बकरा विकास योजना, शुकर विकास योजना, बैकयार्ड लेयर कुक्कुट, ब्रायलर कुकुट पालन एवं बत्तख चूजा वितरण योजना संचालित है|
वही इस कार्यक्रम के अवसर पर जिले के किसानों के बीच 568 लाख राशि के 1325 केसीसी लोन की स्वीकृति पत्र का भी वितरण किया गया| जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक ने बताया कि विभिन्न बैंकों यथा बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा 356, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा 297, ग्रामीण बैंक के द्वारा 161, पीएनबी के द्वारा 105, यूनियन बैंक के द्वारा 73, यूको बैंक के द्वारा 29, केनरा बैंक के द्वारा 10, एचडीएफसी के द्वारा 22, आईसीआईसीआई बैंक के द्वारा 18, आईडीबीआई बैंक के द्वारा 15, सेंट्रल बैंक के द्वारा 42, इंडियन बैंक के द्वारा 53,बैंक ऑफ बड़ौदा के द्वारा 78, इंडसइंड बैंक के द्वारा 10, सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के द्वारा 56 सहित कुल 1325 केसीसी लोन स्वीकृत किए गए है |
गव्य विकास विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अंतर्गत जिले के विभिन्न प्रखंडों के लाभुकों को योजनावार सांकेतिक रूप से योजना प्रदान की गई| जिसमें 2 दुधारू मवेशी वितरण के लिए कटकमदाग के सुनीता सुनीता टोप्पो, केरेडारी के कांति देवी तथा सदर के रजनी देवी को स्वीकृति दी गई| वहीं वर्मी कंपोस्ट के लिए बड़कागांव के सीता देवी तथा डीप बोरिंग योजना के लिए दाढ़ी के अनीता देवी बड़कागांव के संगीता कुमारी एवं बरही के नागेश्वर कुमार रजक के बीच सांकेतिक रूप से परिसंपत्तियों का वितरण किया किया गया|
इस विश्व आदिवासी दिवस के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची से जुड़े थे,उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि किसानों के जीवन में खुशहाली और आर्थिक रूप से कैसे समृद्ध हो इसको लेकर हमारी सरकार प्रतिबद्ध है तथा हमारी प्राथमिकताओं में से एक है| उन्होंने आगे कहा कि सरकारें आती है,जाती हैं सरकार चलाना कोई चुनौती नहीं बल्कि जमीनी स्तर पर जानकारी हो यह आवश्यक है| उन्होंने आने वाली पीढ़ी कैसे सुरक्षित हो इसको लेकर दूरदर्शी होने की आवश्यकता का जिक्र किया| उन्होंने कहा कि किसान मजबूत होंगे तो राष्ट्र मजबूत होगा| राज्य के किसानों को उन्होंने को बिरसा किसान के नाम से संबोधित किया| उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के अवसर पर 700 करोड़ की परिसंपत्तियों का वितरण होना है यह कार्यक्रम अपने आप में बड़ी उपलब्धि है|
इस मौके पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने किसानो को संबोधित करते हुए कहा कि “चीर के जमीन मैं उम्मीद बोता हूं,मैं किसान हूं,चैन से कहां सोता हूं|” उन्होंने किसानों के विकास और उनके उत्थान के लिए सरकार द्वारा चलाई गई कृषि ऋण माफी योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 2000 करोड़ रुपए का कृषि ऋण किसानों का माफ किया गया है| आगे भी यह सरकार किसानो के हर सम्भव मदद के लिए तत्पर है| किसान हमारे अन्न दाता है हैं अगर वे समृद्ध होंगे तो पूरी राज्य में खुशहाली आयेगी|
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद, उप विकास आयुक्त अभय कुमार सिन्हा, जिला कृषि पदाधिकारी राजेंद्र किशोर,जिला पशुपालन पदाधिकारी न्यूटन तिर्की, आत्मा परियोजना निदेशक अनुरंजन, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक,विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित थे|