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बालू तस्करों के आगे एनजीटी के निर्देश व जिला प्रशासन की स्पेशल ड्राइव अभियान फैल

निरसा में दिन के उजाले में जारी है निर्वाध रूप से बालू तस्करी

निरसा में दिन के उजाले में जारी है निर्वाध रूप से बालू तस्करी

बालू तस्करों के आगे एनजीटी के निर्देश व जिला प्रशासन की स्पेशल ड्राइव अभियान फैल,बेखौफ होकर हो रही है बालू तस्करी

धनबाद: मलय गोप

धनबाद: इनदिनों निरसा और चिरकुंडा थाना क्षेत्र के बेजरा व सिजूआ और सुंदर नगर घाट से हाइवा व ट्रेक्टरों से रात के अंधेरे से दिन के उजाले तक बालू तस्करों द्वारा भारी मात्रा में बालू की चोरी कर बाजारों में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। इसका नजारा बेनागोड़िया के पगला मोड़ , मोराडीह , पोद्दारडीह,पांड्रा समेत चिरकुंडा सुंदर नगर और निरसा के विभिन्न क्षेत्रों में सरपट दौड़ते बालू लदे हाइवा व ट्रेक्टर पर देखा जा सकता है। बालू तस्करों के आगे जिला प्रशासन की स्पेशल ड्राइव अभियान व एनजीटी के निर्देश भी फेल है। स्थानीय पुलिस भी मौन है। बालू तस्कर बेखौफ होकर तस्करी के धंधे को अंजाम दे रहे है। बालू तस्करी से प्रतिमाह झारखंड सरकार को करोड़ों के राजस्व की क्षति हो रही है। एनजीटी ने 15 अक्टूबर तक नदी घाटों से बालू उठाव पर रोक लगा रखी है। बावजूद इसके इनदिनों निरसा और चिरकुंडा क्षेत्र में बालू माफियाओं की बादशाहत बरकरार है। ज्ञात हो कि अप्रैल से जुलाई तक खनन विभाग ने जिले के बराकर नदी, दामोदर नदी घाट सहित कई अन्य थाना क्षेत्र में छापेमारी की, जिसमें 141 वाहनों को जब्त किया गया और 27 एफआईआर दर्ज हुई। एनजीटी द्वारा मॉनसून को लेकर बालू उठाव, स्टॉक और बिक्री पर रोक के बाद जून-जुलाई में 22 एफआईआर दर्ज हुई,

अवैध कार्य पर रोक के लिए पुलिस कहीं भी छापेमारी कर सकती है परंतु बालू उठाव और अवैध ट्रांपोर्टिंग में पुलिस लगभग निष्क्रिय बनी हुई है। हालत यह है कि बालू माफिया बेफिक्र होकर सभी रोक के बावजूद अवैध बालू का कारोबार धडल्ले से चला रहे हैं। सूत्र बताते है कि धंधे के एवज में बालू तस्करों के सिंडिकेट द्वारा जिले के वरीय अधिकारियों के साथ साथ स्थानीय थानेदारों को मोटी रकम का चढ़ावा चढ़ाया जाता है जिसके कारण स्थानीय पुलिस कारवाई के बजाय चुप रहने में ही अपनी भलाई समझती है। रोक के बावजूद निरसा और चिरकुंडा में बालू तस्करी पूरे क्षेत्र में स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बना हुआ है। बालू का सिंडिकेट पुलिस पर हावी है। ऐसे में कैसे रूकेगा बालू तस्करी। यह इनदिनों यक्ष प्रश्न बना हुआ है। बालू तस्करी की तहकीकात में khabar24 न्यूज की टीम मोराडीह गांव पहुंची तो पूरे गांव में बालू के स्टाक का जखीरा पाया। ग्राहक बनकर जब गांव के बालू कारोबार प्रकाश मंडल से बात की तो उसने कहा कि बाबू जितना बालू चाहिए मिल जाएगा। यहां पर लोडकर प्रति हाइवा 10 हजार व प्रति ट्रेक्टर 1650 रूपये लगेगा। वाहन आपका, ले जाने की जिम्मेवारी आपकी। इस संबंध में निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता झारखंड सरकार के ऊपर खूब गरजा पर कहां झाविमो सरकार सरकार अंधे गूंगे बहरे की सरकार है। वही जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सलकर से पक्ष लेने का प्रयास किया गया मोबाइल लगातार रिंग होता रहा परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाई।

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