ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद फैक्ट्री द्वारा आयोजित पर्यावरण लोक सुनवाई हुई स्थगित
ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद फैक्ट्री द्वारा आयोजित पर्यावरण लोक सुनवाई हुई स्थगित
ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद फैक्ट्री द्वारा आयोजित पर्यावरण लोक सुनवाई हुई स्थगित
बरही:शोएब अख्तर
हजारीबाग/बरही : बरही अनुमंडल मुख्यालय से महज कुछ ही दूरी पर रियाडा अधिग्रहित भूमि पर संचालित राधा गोपाल एलएलपी फैक्ट्री द्वारा राम नारायण यादव कॉलेज बरही के प्रांगण में एक दिवसीय पर्यावरण लोक अदालत का आयोजन किया जाना था।
परंतु कोनरा के ग्रामीणों द्वारा भारी विरोध के कारण आयोजन को स्थगित कर दिया गया। हालांकि इस आयोजन की पूरी तैयारी भी की जा चुकी थी। जिसमें प्रदूषण की जांच एवं निरीक्षण के लिए प्रदूषण विभाग रांची से अभियंता आशुतोष कुमार एवं हजारीबाग प्रदूषण विभाग से अशोक यादव पहुंचे थे।
ग्रामीणों का एक स्वर में कहना था कि इस तरह का आयोजन प्रभावित क्षेत्र में करना चाहिए ताकि प्रदूषण की क्या स्थिति है वह निरीक्षण करता को अच्छी तरह पता चले। कोनरा भाग-1 के पंचायत समिति सदस्य मोहम्मद यूसुफ द्वारा इस संबंध में 28 तारीख को हजारीबाग उपायुक्त को ईमेल द्वारा एक आवेदन पत्र भी दिया गया। आयोजन के संबंध में मोहम्मद यूसुफ ने कहा कि आयोजन स्थल का चयन बिल्कुल गलत है यह आयोजन प्रभावित क्षेत्र में होना चाहिए।
वहीं समाजसेवी मोहम्मद सिराज ने कहा कि फैक्ट्री द्वारा काफी मात्रा में प्रदूषण के रूप में धुंआ का आउटलेट किया जाता है। जिससे आए दिन हम जैसे नौजवान एवं बच्चे बूढ़े प्रभावित हो रहे हैं। इस प्रकार का आयोजन प्रभावित अस्थल में होना चाहिए। कोनरा पंचायत के मुखिया यासमीन तबस्सुम ने पर्यावरण में प्रदूषण कम होने के लिए रियाडा के अंदर पेड़ पौधे एवं बाग बगीचे लगाने की मांग किया और आगे कहा कि यह आयोजन स्थल बिल्कुल गलत स्थान में है या स्थान प्रभावित क्षेत्र में होना चाहिए। मौके पर उपस्थित कांग्रेस जिला महासचिव विनोद यादव ने कंपनी के मनमानी पर तंज कसते हुए कहा के कंपनी की मनमानी नहीं चलेगी कंपनी को अपना गाइडलाइन के अनुसार चलना होगा नहीं तो आंदोलन कर तालाबंदी का भी उपाय किया जाएगा वही वही प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष अब्दुल मन्नान वासी ने कहा के यह आयोजन स्थल बिल्कुल उचित नहीं है आयोजन स्थल प्रभावित क्षेत्र में होनी चाहिए ग्रामीणों का विरोध बिल्कुल जायज मौके पर सैकड़ों ग्रामीण मौजूद है
और अपना पुरजोर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे अंत में आयोजन के शुरुआती दौर में ही आयोजन को स्थगित कर दिया गया एवं अगली आदेश का इंतजार करने को कहा गया। इस आयोजन के विरोध में कोनरा से काफी संख्या बल के साथ महिलाएं भी उपस्थित थी।