उदनाबाद में कई पत्थर फैक्ट्रियों को किया गया सील, नहीं दिखा सके कागजात,फिर ये हुआ
उदनाबाद में कई पत्थर फैक्ट्रियों को किया गया सील, नहीं दिखा सके कागजात,फिर ये हुआ
उदनाबाद में कई पत्थर फैक्ट्रियों को किया गया सील, नहीं दिखा सके कागजात,फिर ये हुआ
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह: प्रशासनिक अधिकारियों ने एक बार फिर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के उदनाबाद स्थित पत्थर की कई फैक्ट्रियों में छापेमारी की। जिले के उपायुक्त द्वारा गठित छापेमारी टीम को काफी मात्रा में अवैध पत्थर का भंडार मिला। इस दौरान फैक्ट्री संचालक सभी तरह के दस्तावेजों को नहीं दिखा पाए। जिसके बाद अधिकारियों ने कई फैक्ट्रियों को सील कर दिया। छापेमारी टीम का नेतृत्व सदर अनुमंडल पदाधिकारी विशाल दीप खलको कर रहे थे।
इसके अलावे एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, रेंजर एसके रवि, मजिस्ट्रेट, फैक्ट्री इंस्पेक्टर, उद्योग विभाग के अधिकारी के साथ साथ सभी विभाग के अधिकारी और वनरक्षी शामिल थे। मालूम हो कि सफेद पत्थरों का जंगलों से लगातार उठाव की सूचना प्राप्त हो रही थी। साथ ही ग्रामीणों द्वारा भी इसकी सूचना दी जा रही थी कि आसपास के जंगल क्षेत्रों में अवैध उत्खनन कर सैकड़ों टर्न सफेद पत्थर को उदनाबाद स्थित पत्थर माफियाओं के फैक्ट्री ले जाया जा रहा हैं। पत्थर की पिसाई कर अन्य राज्यों में भेजा जा रहा था।
जिससे राज्य सरकार के करोड़ों रुपए मासिक राजस्व घोटाला के साथ पर्यावरण पर काफी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। इसी के आलोक में उपायुक्त द्वारा गठित टीम ने छापेमारी कर फैक्ट्रियों से विभिन्न कागजातों की मांग की। छापेमारी क्रम में आज भी कई फैक्ट्री बंद पाए गए। चालू फैक्ट्रियों में छापेमारी करते हुए सबसे पहले अधिकारियों ने अजीत कुमार साहा के हैप्पी मिनरल्स प्रतिष्ठान पहुंचे। यहां सबसे पहले अधिकारियों ने प्रतिष्ठान संचालक से विभिन्न कागजातों की मांग की। लेकिन संचालक संतोष जनक कागजात नहीं दिखा पाए। साथ कई दस्तावेजों में विसंगतियां भी मिली।
जिसके बाद अधिकारियों द्वारा फैक्ट्री को सील कर दिया गया। जिसके बाद बालाजी क्रशर इंडस्ट्रीज में छापेमारी की गई। इस दौरान फैक्ट्री का लाइसेंस एक्सपायर पाया गया। जिसके बाद फैक्ट्री को सील किया गया। यहां के बाद अधिकारियों ने रानी सती इंडस्ट्रीज का भी फैक्ट्री लाइसेंस एक्सपायर रहने के कारण इसे भी सील किया गया। इस बाबत एसडीएम ने बताया कि उदनाबाद स्थित विभिन्न फैक्ट्रियों में दोबारा विभिन्न पत्थर फैक्ट्रियों में छापेमारी की गई। इस दौरान सही कागजात उपलब्ध नहीं कराने की एवज में फैक्ट्रियों को सील किया गया।
उन्होंने कहा कि 13 अक्टूबर को सबसे पहले छापेमारी की गई थी। इस दौरान कई फैक्ट्री संचालकों को दस्तावेजों को उपलब्ध कराने का नोटिस दिया गया था। जिसका जांच किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अवैध तरीके से संचालित फैक्ट्रियों को हर हाल में बंद किया जाएगा और कड़ी करवाई की जाएगी।