उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल का इकलौता अस्पताल बना एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशेलिटी हॉस्पिटल
जिसे मिली एनएबीएच से मान्यता, हॉस्पिटल निदेशक हर्ष अजमेरा ने इसका श्रेय हॉस्पिटल पर विश्वास करने वाले लोगों को दिया l
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल का इकलौता अस्पताल बना एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशेलिटी हॉस्पिटल
जिसे मिली एनएबीएच से मान्यता, हॉस्पिटल निदेशक हर्ष अजमेरा ने इसका श्रेय हॉस्पिटल पर विश्वास करने वाले लोगों को दिया l
हजारीबाग का बेस्ट निजी अस्पताल एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशेलिटी हॉस्पिटल को नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल (एनएबीएच) से मान्यता मिल गई है। इसी के साथ आरोग्यम हॉस्पिटल उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल का पहला अस्पताल बन गया जिसे एनएबीएच की मान्यता मिली। क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया और इसके नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल एंड हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स जैसे संगठनों ने अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा मानक तैयार किया है। जिसके तहत अस्पतालों का मूल्यांकन 600 से अधिक मापदंडों पर किया जाता है। जिसमें अस्पताल की देखभाल की निरंतरता, मरीजों की देखभाल, दवा प्रबंधन, रोगी अधिकार और शिक्षा, अस्पताल संक्रमण नियंत्रण, मरीजों की सुरक्षा और गुणवत्ता में सुधार, प्रबंधन की जिम्मेदारियां, सुविधा प्रबंधन और सुरक्षा, मानव संसाधन प्रबंधन, सूचना प्रबंधन प्रणाली आदि है ।
एनएबीएच से आरोग्यम हॉस्पिटल को मान्यता मिलने पर हॉस्पिटल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने खुशी का इजहार करते हुए इसका संपूर्ण श्रेय हजारीबाग और आसपास के जिले की तमाम जनता को दिया है जिन्होंने आरोग्यम हॉस्पिटल पर विश्वास किया और इलाज एवं सेवा का मौका प्रदान किया। उन्होंने हॉस्पिटल में कार्य करने वाले एक – एक कर्मी जिन्होंने अपने अथक लगन और मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचाया है साथ ही अपने हजारीबाग वासियों के लिए देखे हुए सपने जो साकार हो रहे हैं उसके लिए आरोग्यम हॉस्पिटल पर विश्वास जताने वाले सभी लोगों के प्रति आभार जताया। हर्ष अजमेरा ने कहा कि हम अपनी मेहनत और अच्छी सेवा के बदौलत लोगों का प्यार इसी प्रकार जीतेंगे और भविष्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित करेंगे ।
कोविड मरीजों के इलाज में भी आरोग्यम अस्पताल रहा है समर्पित
कोरोना आपदा काल की गंभीर स्थिति में जब कोई निजी अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज के लिए आगे नहीं आ रहे थे ऐसे समय में झारखंड सरकार द्वारा आरोग्यम हॉस्पिटल को कोविड डेडीकेटेड हॉस्पिटल बनाया गया था और हॉस्पिटल निदेशक से लेकर प्रबंधन, चिकित्सक, चिकित्साकर्मी सहित एक – एक कर्मियों ने अपनी पूरी क्षमता संक्रमित मरीजों के इलाज और सेवा में झोंक दी थी। विपरीत परिस्थिति में भी कोरोना के शुरुआती समय से लेकर अब तक निरंतर कोरोना संक्रमित मरीजों की इलाज में आरोग्यम हॉस्पिटल सेवारत है ।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री गंभीर रोग उपचार योजना से भी अस्पताल है पंजीकृत, इसमें भी बेहतर सेवा के लिए मिल चुका है अवार्ड
प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री गंभीर रोग उपचार योजना से भी आरोग्यम हॉस्पिटल पंजीकृत हैं और इन दोनों योजनाओं के तहत भी बेहतर कार्य क्रियान्वयन के लिए प्रमंडल स्तर से लेकर राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर पर अवॉर्ड मिल चुके हैं ।