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विधानसभा सत्र सम्पत होने के बाद, मंत्रिमंडल में फेरबदल, खतरे में तीन मंत्रियों की कुर्सी l 

विधानसभा सत्र सम्पत होने के बाद, मंत्रिमंडल में फेरबदल, खतरे में तीन मंत्रियों की कुर्सी l 

विधानसभा सत्र सम्पत होने के बाद, मंत्रिमंडल में फेरबदल, खतरे में तीन मंत्रियों की कुर्सी l

खबर 24 न्यूज़ डेस्क/दिल्ली 

रांची: झारखंड की राजनीति कठिन दौर से गुजर रही है लगातार राजनीति उछाल चल रही थी उसी बीच पश्चिम बंगाल के हावड़ा में कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप की लग्जरी कार से भारी कैश के साथ गिरफ्तारी हो जाती है फिर सभी पार्टियों के नेताओ ने अपना – अपना राजनीति चमकाना सुरु करते है फिर सभी नेता अपने अपने स्तर से मुयाना करते है और एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रति आरोप लगाना सुरु करते है एतनीही इसके बाद यह बात साबित हो गई है कि सरकार की सेहत ठीक नहीं है. कुछ जानकारों का कहना है कि तीनों विधायकों के खिलाफ कांग्रेस विधायक जय मंगल के जरिए प्राथमिकी दर्ज कराना यह बताता है कि पानी सिर से ऊपर जा चुका था l

आपको बता दे कि कांग्रेस कोटे के तीनों मंत्री पद गंवा सकते हैं ,
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार विधानसभा के मानसून सत्र के समापन के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा. इसकी तैयारी चल रही है.कई मंत्रियों की कुर्सी खतरे में है.कांग्रेस कोटे के तीनों मंत्री पद गंवा सकते हैं l

क्या कहते है नेता यह भी जाने 

प्रभारी अविनाश पांडे से इस संबंध में चर्चा हो चुकी है :
कांग्रेस कोटे के मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव बादल पत्रलेख और बन्ना गुप्ता बदले जा सकते हैं.झारखंड के प्रवास पर आए झारखंड कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे से इस संबंध में चर्चा हो चुकी है.

कांग्रेस कोटे से महिला को मंत्री बनाया जा सकता है :
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कोटे से बने मंत्री के विभाग बदले जा सकते हैं.विश्वस्त सूत्रों के अनुसार कांग्रेस कोटे से महिला को मंत्री बनाया जा सकता है. इस संबंध में अंतिम निर्णय होना बाकी है.
आपको बता दें कि इरफान अंसारी और राजेश कच्छप पर पहले से ही पार्टी को शक था. दोनों ने बरही विधायक उमाशंकर अकेला के साथ मिलकर कुछ माह पूर्व जेएससीए स्टेडियम में गुप्त बैठक भी की थी. इरफान अंसारी तो खुलकर अपने ही सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता को घेरते रहे हैं. अब सवाल है कि क्या मंत्रिमंडल में फेरबदल होने से व्यवस्था संभल जाएगी. इसका जवाब किसी के पास नहीं है. यह भी संभव है कि 6 अगस्त से पहले अगर राजनीतिक परिस्थितियां बदलती हैं तो कैबिनेट में फेरबदल भी टल सकता है. क्योंकि सीएम भी कह चुके हैं भाजपा अब बिन पानी मछली की तरह हो गई है जो सत्ता के बगैर नहीं रह सकती है l

अब देखना यह गौरतलब होगा की आखिर ये सभी एक दूसरो पर जो राजनीति कर रहे है क्या सच में झारखंड विधानसभा मानसून सत्र सम्पत होने के बाद झारखंड के राजनीति में बदलाव होगा और मंत्रियों में फेर बदल होगा या फिर सिर्फ हवा बाजी करते है ये विधानसभा मानसून सत्र के बाद ही पता चलेगा ।

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