10,348 छात्रों को लाया जा चुका है वापस
229 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंचा विमान
संयुक्ता न्युज डेस्क
नई दिल्ली – भारत सरकार अपने बच्चों को वापस लाने का हर संभव प्रयास कर रही है. मिशन गंगा प्लान के तहत भारतीय विमान से बच्चों को वापस लाया भी जा रहा है. जिसके तहत यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने का प्रयास लगातार जारी है. ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन से 11 फ्लाइट्स आएंगी. जिनमें 22 सौ से अधिक भारतीयों को स्वदेश वापस लाया जाएगा. बता दें कि 11 में से 10 विमान दिल्ली में और 1 विमान मुंबई में उतरेगा. इसके साथ ही कि वायुसेना के तीन C-17 विमान 629 छात्रों को लेकर दिल्ली पहुंच गए हैं और रोमानिया के सुसिआवा से एक विमान 229 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंचा.
वहीं इंडियन एम्बेसी ने कहा कि जंग में फंसे छात्रों को निकालने का काम किया जा रहा है. साथ ही स्टूडेंट्स को निकाला भी जा चुका है. बता दें कि भारत सरकार के खर्चे पर बसों का संचालन किया जा रहा है. बता दें कि चार केंद्रीय मंत्रियों को वहां भेजा गया है. जिनमें केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल वीके सिंह शामिल हैं और लगातार बच्चों को सुरक्षित वापस लाने का काम किया जा रहा है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि पिछले 24 घंटे में यूक्रेन से भारतीयों को लेकर 18 विमान भारत पहुंचे. जिसमें 4 हजार यात्रियों को लाया गया और सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक 48 फ्लाइट्स में 10 हजार 348 छात्रों का एयरलिफ्ट किया जा चुका है. साथ ही उन्होंने कहा कि हमने यूक्रेन सरकार से स्टूडेंट्स को निकालने के लिए ट्रेनें चलाने की अपील की थी, लेकिन उनका कोई जवाब न मिलने पर हम बसों की व्यवस्था की है. 5 मार्च यानी आज से पिसोचिन में फंसे छात्रों का रेस्क्यु किया जाएगा. जिसके लिए वहां बसें भेजी जाएंगी. बता दें कि ऐसे विषम और विकट की घड़ी में छात्रों को भोजन और पानी पहुंचाया जा रहा है. फिलहाल खार्किव में करीब 300, पिशोचिन में 900 से 1000 और सूमी में 700 छात्रों के फंसे होने की संभावनाएं जताई जा रही है.