एच ई हाई स्कूल हॉस्टल ग्राउंड में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई।
एच ई हाई स्कूल हॉस्टल ग्राउंड में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई।
एच ई हाई स्कूल हॉस्टल ग्राउंड में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई।
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह : मरांग बुरु सांवता सुसार बैसी पीरटांड़ शाखा के बैनर तले प्रमुख सिकंदर हेंब्रम के नेतृत्व में मंगलवार को एच ई हाई स्कूल हॉस्टल ग्राउंड में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस दौरान आदिवासी मूलवासी को उनके आराध्य मरांग बुरु का अस्तित्व पहले की तरह बना रहे उसको लेकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन लिखा गया। प्रेस वार्ता के दौरान बताया गया कि आदिवासी संताल समुदाय के लोग जहां भी बसते हैं या बस से हैं हमारी धार्मिक परंपरा के अनुसार सर्वप्रथम गांव में एक मांझीथान एवं गांव के मौजा में एक जाहिर थान स्थापित होना आवश्यक है। बताया गया कि मरांड बुरुएन पारसनाथ पर्वत पर स्थित जुग जाहेर थान है। यह एक विश्व प्रसिद्ध के रूप में विख्यात है। परंतु खेद के साथ यह कहना पड़ रहा है कि इन धार्मिक स्थलों में बहुत सी कमियां है। जिसे दूर करना है। बताया गया कि इस पर्वत का नैसर्गिक सौंदर्य पवित्रता वन संपदा असुरक्षित हो रहा है। प्रेस वार्ता के दौरान पीरटांड़ प्रमुख सिकंदर हेंब्रम ने बताया कि मरांग बुरु बचाव आंदोलन वर्ष 2015 से चल रहा है। जेएमएम आदिवासी छात्र संघ सामाजिक संगठन मिलकर तैयार किया। पूरे समाज को मांसाहार को लेकर कई भ्रांतियां फैलाया गया लेकिन जांच में एसी कुछ भी नही पाया गया।
उन्होंने कहा कि 1911 गजट में मरांग बुरु और जैनियों का जिक्र 1957 पंचायत राज बजट में किया गया है। मौके पर नुन्नका टुडू, अमर कुमार तुरी, बुधन हेंब्रम, संतोष वासके ,मदन हेंब्रम ,दिलीप हसदा, फागू मरांडी ,महादेव टूडू ,मेरी विशन हासदा मौजूद थे।