हटिया-बंडामुंडा सेक्शन पर दो मालगाड़ीयों में हुई टक्कर,
लोको पायलट ने कूदकर बचायी अपनी जान
झारखंड के रांची के हटिया-बंडामुंडा सेक्शन पर रेलवे की बड़ी लापरवाही से दो मालगाड़ियां आमने-सामने टकरा गयीं. घटना पकरा और कुरकुरा स्टेशन के बीच रात 9:40 बजे की है. टक्कर इतनी जोरदार थी कि इंजन के साथ कई वैगन के परखच्चे उड़ गये. इस दुर्घटना में लोको पायलट रंजीत कुमार को गंभीर रूप से चोटें आयी हैं. इन्होंने कूदकर अपनी जान बचायी. बताया जा रहा है कि एक मालगाड़ी बोकारो से कर्मपदा की तरफ जा रही थी, जबकि दूसरी मालगाड़ी राउरकेला से बोकारो की तरफ आ रही थी. गलती पकरा और कुरकुरा स्टेशन द्वारा हुई. दोनों ने ही ट्रेनों को परिचालन के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया. इससे दोनों ट्रेनें एक ही पटरी पर आमने-सामने आ गयीं.
ट्रेन जब नजदीक पहुंची, तो दोनों ट्रेन के लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाने का प्रयास किया, मगर ब्रेक लगाने के बाद भी दोनों ट्रेन के बीच की दूरी इतनी कम हो गयी कि दोनों को टकराने से रोका नहीं जा सका. वहीं, दोनों ट्रेन में बैठे लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट ट्रेन के टकराने के पहले इंजन से कूद पड़े. कूदने के दौरान एक लोको पायलट को छोड़कर अन्य को हल्की चोटें आयीं हैं. शुक्र था कि यह मालगाड़ी थी, अगर ऐसा हादसा पैसेंजर ट्रेन के साथ होता, तो कई लोगों की जाने जा सकती थी. रेलवे के पदाधिकारियों ने बताया कि एक मालगाड़ी खाली थी, जबकि दूसरी लोडेड थी.
रेलवे की लापरवाही सिर्फ हादसे तक सीमित नहीं रही. दुर्घटना की सूचना मिली, तो एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन को भेजने में रेलवे को एक घंटे का वक्त लग गया. वहीं, दूसरी तरफ रिलीफ ट्रेन भेजने के बाद क्रेन को पीछे से भेजा गया. तब जाकर मेडिकल रिलीफ ट्रेन को दुर्घटना स्थल के लिए रवाना किया गया. रांची रेल मंडल में इसी तरह का हादसा वर्ष 2017 में टाटी में हुआ था. उस हादसे में एक लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट की मौत हो गयी थी. इसमें यूटीवी रोल डाउन करते हुए पीछे खड़ी मालगाड़ी में जोरदार टक्कर मारी थी.
रांची रेल मंडल के डीटीएम आदित्य चौधरी ने कहा कि पकरा और कुरकुरा स्टेशन के बीच दो मालगाड़ियां आमने-सामने आ जाने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गईं. इस दुर्घटना में किसी की मौत नहीं हुई है. सभी सुरक्षित हैं. रिलीफ ट्रेन को रवाना कर दिया गया है. मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है.