हजारीबाग यूथ विंग के प्रयास से गर्भवती महिला को कराया गया रक्त उपलब्ध।
रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं होता :– संजय कुमार।
हजारीबाग यूथ विंग के प्रयास से गर्भवती महिला को कराया गया रक्त उपलब्ध।
मुस्लिम समुदाय के मोहर्रम पर्व पर मोहम्मद तनवीर ने किया रक्तदान।
रक्तदाता तनवीर के जज्बे को सलाम :– चंद्र प्रकाश जैन।
रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं होता :– संजय कुमार।
हजारीबाग: जब कोई दूसरों के लिए काम आ जाए तो उसे मसीहा कहा जाता है कुछ उसी क्रम में शहर के सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों मे अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने वाले हजारीबाग यूथ विंग के द्वारा लगातार जरूरतमंद लोगों को रक्त उपलब्ध कराने में अपनी अहम भूमिका निभाई जा रही है इसी क्रम में वीणा हॉस्पिटल में इलाजरत रानी कुमारी 18 वर्षीय चतरा सिमरिया निवास को चिकित्सकों के द्वारा तत्काल रक्त उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया गया। जिसके उपरांत परिजनों ने ए पॉजिटिव रक्त के रक्तदाता की खोजबीन में जुट गए। कोई रक्तदाता ना मिलने पर परिजनों ने हजारीबाग यूथ विंग से संपर्क किया जिसके बाद यूथ विंग के पदाधिकारियों ने ए पॉजिटिव रक्तदाता की खोजबीन में जुट गए जिसके बाद हजारीबाग निवासी मोहम्मद तनवीर से रक्तदान करने का आग्रह किया गया। जिसके बाद उन्होंने अपने मोहर्रम त्यौहार के बीच मानवता के प्रति संवेदनशील होकर शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल स्थित ब्लड बैंक पहुंचकर रक्तदान कर महिला की जान बचाई।
मौके पर : सचिव संजय कुमार, कोषाध्यक्ष रितेश खण्डेलवाल, डॉक्टर वी वेंकटेश, बिनोद कुमार मौजूद थे।
हजारीबाग यूथ विंग के संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन ने रक्तदाता मोहम्मद तनवीर के जज्बे को सलाम करते हुए कहा कि किसी व्यक्ति के द्वारा रक्त दान, किसी जरूरतमंद व्यक्ति के प्राणों की रक्षा करता है और इससे ज्यादा सुकून की बात किसी रक्तदाता के लिए नहीं हो सकती।
मौके पर सचिव संजय कुमार ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं होता। साथ ही कहा कि
हर स्वस्थ इंसान को 1 साल में तीन से चार बार रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान करने से कोई खतरा नहीं होता। इस क्रम में समाज के हर वर्ग को रक्तदान करना चाहिए रक्तदान महादान है। यही रक्त हमारे सैनिकों के काम आता है जो देश के लिए शहीद होते हैं। बुरी तरह घायल हो जाते हैं, यह उनके काम देता है। इस रक्तदान शिविर में क्षेत्र के संभ्रांत लोगों ने हिस्सा लिया।