हजारीबाग यूथ विंग के द्वारा पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की चौथी बर्सी पर स्मारक दी गई श्रद्धांजलि।
पुलवामे हमले में शहीद हुए जवानों की घटना ना ही भुलाया जा सकता है और ना ही मिटाया जा सकता है :– चंद्र प्रकाश जैन
हजारीबाग यूथ विंग के द्वारा पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की चौथी बर्सी पर स्मारक दी गई श्रद्धांजलि।
जय हिंद, भारत माता की जयकारों से गूंजा शहीद स्मारक स्थल।
पुलवामे हमले में शहीद हुए जवानों की घटना ना ही भुलाया जा सकता है और ना ही मिटाया जा सकता है :– चंद्र प्रकाश जैन
हजारीबाग : शहर के परिसदन के समीप शहीदी स्मारक स्थल में कश्मीर के पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की चौथी बर्सी पर उनके शहादत को नमन कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को हजारीबाग यूथ विंग के द्वारा बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया। लोगों ने स्थल में स्थित स्मारक पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण कर पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को नमन किया एवं देश के प्रति उनके इस बलिदान को भी याद किया।
मौके पर हजारीबाग यूथ विंग के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन में कहा कि पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की घटना नहीं भुलाया जा सकता है और ना ही मिटाया जा सकता है। कायराने हमले से ना जाने कितने परिवारें के सुहाग, कलाई में रक्षा सूत्र के लिए भाई छीन गए साथ माता – पिता का जीने के सहरा से वंचित हो गए। साथ ही कहा वेलेंटाइन डे पर उनके शहादत के नमन में बलिदान दिवस मनना काफी अच्छी पहल है। जिससे उनके बलिदान की इस शहादत को याद किया जा सकता है।
मौके पर सचिव संजय कुमार ने कहा कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने आज ही के दिन कश्मीर के पुलवामे हमले में हमारे 44 जवान शहीद हुए थे। पाकिस्तान के इस कायराना हमले से ना केवल भारत ही दुख के समंदर में डुबा बल्कि संपूर्ण विश्व इस घटना से शोक संवेदनाओं से महर्मत हो उठा था। उन्होंने कहा इस आत्मघाती हमलावर पर भले ही बाद में जवाब दिया गया लेकिन जब भी इस घटना का उजागर होता है तो हमारे मनो मस्तिक को झकझोर देता है। हमारे वीर जवानों की इस शहादत को शत् शत् नमन एवं उनके इस देश सेवा के प्रति मेरा कोटि कोटि सलाम…
मौके पर संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन, सचिव संजय कुमार, उपाध्यक्ष विकास केसरी, कोषाध्यक्ष रितेश खण्डेलवाल, मीडिया प्रभारी अजीत चंद्रवंशी, कार्यकारिणी सदस्य शनि देव, विकास कुमार, आलोक रंजन तिवारी, पिंटू, राजेश्वर कुमार मेहता, संजीत सिंह सहित कई लोग उपस्थित थे।