शहर के सकीना मैरेज हॉल में सोमवार की देर शाम शाम-ए-रफी.. कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
शहर के सकीना मैरेज हॉल में सोमवार की देर शाम शाम-ए-रफी.. कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
शहर के सकीना मैरेज हॉल में सोमवार की देर शाम शाम-ए-रफी.. कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
गिरिडीह, मनोज कुमार।
गिरिडीह: शहर के सकीना मैरेज हॉल में सोमवार की देर शाम शाम-ए-रफी.. कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि राष्ट्रीय मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के प्रदेश महासचिव नौशाद अहमद चांद, विशिष्ट अतिथि ट्रस्ट से प्रमंडलीय अध्यक्ष मोहम्मद इलियास जिला सचिव इरफान अंसारी उपस्थित थे। इस दौरान अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया। जिसके बाद उपस्थित कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। राष्ट्रीय मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के प्रदेश महासचिव नौशाद अहमद चांद ने कहा कि मोहम्मद रफी साहब हिंदुस्तान के ऐसे थे जो पूरे वर्ल्ड में अपनी पहचान को और आने वाला समय मोहम्मद रफी साहब को नहीं भूलेंगे। मोहम्मद रफी साहब ने लगभग 26000 गाना गाए और सबसे बड़ी बात यह है कि मुसलमानों का सबसे पवित्र स्थान खाने काबा मे अजान देने का मौका मिला और उनकी यादें हर एक इंसान के दिलों में। मोहम्मद इलियास ने कहा कि गिरिडीह जिला में इस तरह का प्रोग्राम होने से कलाकारों का मनोबल बढ़ता है और इस तरह का कार्यक्रम होना चाहिए। इरफान अंसारी ने कहा की हमारे गिरिडीह मे ऐसे महान कलाकार है जो अपनी पहचान का मोहताज नहीं है।
ऐसे कलाकारों को आगे बढ़ाने के लिए हम सभी लोगों को मिलकर मदद करने और हौसला बढ़ाने की जरूरत है। इस कार्यक्रम में महान कलाकार अपने कला को गुनगुनाया जिसमें गायक हैदर अली, समीम, राजेश, तनवीर, अजमल, सुडडू बबलू अजीत बचचु टिंकू राजू संटू वकील छोटे अंचल पवन अख्तर विकास राजेश कुमार आचूल सिंह नरेंद्र सिन्हा अहमद वकील जावेद नदीम आरजू अख्तर विराज सागर ने गाना को सुना कर रफी की यादें ताजा कर दिए।