वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग की ओर से आईसेक्ट विश्वविद्यालय में सेमिनार का आयोजन
वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग की ओर से आईसेक्ट विश्वविद्यालय में सेमिनार का आयोजन
वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग की ओर से आईसेक्ट विश्वविद्यालय में सेमिनार का आयोजन
हजारीबाग: आईसेक्ट विश्वविद्यालय के तरबा-खरबा स्थित मुख्य कैंपस सभागार में शनिवार को वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग की ओर से टैक्सेशन लॉ एंड प्रैक्टिसेज विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में शामिल बतौर मुख्य अतिथि आरएनवाईएम कॉलेज, बरही के वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग एचओडी प्रो. (डॉ) ब्रह्मदेव मोदी, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग एचओडी रितेश कुमार, कला विभाग डीन डॉ रोजीकांत, कृषि विभाग डीन डॉ अरविंद कुमार समेत अन्य के हाथों दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके बाद वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग की सह प्राध्यापिका उमा कुमारी व पूजा सिंह मुख्य अतिथि व विश्वविद्यालय के कुलसचिव को बुके देकर कार्यक्रम में स्वागत किया तथा अतिथि परिचय सह प्राध्यापिका विनिता कुमारी ने किया। मौके पर बड़ी संख्या में मौजूद विद्यार्थियों को कर की अहमियत बताते हुए मुख्य अतिथि डॉ ब्रह्मदेव मोदी ने कर को देश के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वैसे तो देश का हर नागरिक अप्रत्यक्ष तरीके से ही सही लेकिन कर की अदायगी करता है लेकिन सक्षम व्यक्ति को भी अपना आयकर समय पर अवश्य जमा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर समय पर जमा करने से ना सिर्फ हमारे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है बल्कि देश के सार्वजनिक कार्यों, जनकल्याणकारी योजनाओं समेत अन्य कई अहम कार्यों में भी वृद्धि आती है, जो एक आम भारतीय के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि हालांकि कर की चोरी करने वालों के लिए कानूनी प्रावधान भी है, जिसके तहत सजा भी तय होती है। वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने कहा कि कर को लेकर जो आम धारणाएं बनी हुई है, उसमें जागरूकता के माध्यम से व्यापक सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सेमिनार का उद्देश्य आमलोगों में जागरूकता के साथ साथ विद्यार्थियों में भी कर के प्रति जागरूकता लाना है ताकि विद्यार्थी भी यह समझ पाएं कि वाकई कर की अहमियत देश के विकास के लिए कितना जरूरी है। विभिन्न प्रकार के करों की जानकारी विश्वविद्यालय के सह प्राध्यापक अजय कुमार वर्णवाल ने भी विद्यार्थियों को दी।
धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग एचओडी रितेश कुमार ने किया। सेमिनार को सफल बनाने में रितेश कुमार, उमा कुमारी, पूजा सिंह, विनिता कुमारी, अजय वर्णवाल, डॉ अरविंद कुमार, डॉ रोजीकांत, डॉ रूद्र नारायण, उदय रंजन, एसएनके उपाध्याय, अमित कुमार, राजेश कुमार समेत अन्य का अहम योगदान रहा।