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रथ यात्रा के अवसर पर मंगलवार को सीएमआर रोड स्थित पुरातन शिवालय से भगवान जगन्नाथ,बलभद्र और बहन सुभद्रा के विग्रह को सुसज्जित रथ पर बैठा कर नगर भ्रमण कराया गया।

रथ यात्रा के अवसर पर मंगलवार को सीएमआर रोड स्थित पुरातन शिवालय से भगवान जगन्नाथ,बलभद्र और बहन सुभद्रा के विग्रह को सुसज्जित रथ पर बैठा कर नगर भ्रमण कराया गया।

 

रथ यात्रा के अवसर पर मंगलवार को सीएमआर रोड स्थित पुरातन शिवालय से भगवान जगन्नाथ,बलभद्र और बहन सुभद्रा के विग्रह को सुसज्जित रथ पर बैठा कर नगर भ्रमण कराया गया।

गिरीडीह, मनोज कुमार।

गिरीडीह: रथ यात्रा के अवसर पर मंगलवार को सीएमआर रोड स्थित पुरातन शिवालय से भगवान जगन्नाथ,बलभद्र और बहन सुभद्रा के विग्रह को सुसज्जित रथ पर बैठा कर नगर भ्रमण कराया गया। नगर भ्रमण के पूर्व पुजारी सतीश मिश्रा ने पूरे विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ भगवान जगन्नाथ,बलभद्र एवं बहन सुभद्रा का पूजन कर विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन मिठाई आदि का भोग अर्पित किया। कहा कि पौराणिक कथानुसार भगवान जगन्नाथ की बहन ने एक बार रथ पर बैठकर पूरा नगर देखने की इच्छा जताई। तब भगवान अपने भाई बलभद्र और लाडली बहन सुभद्रा को रथ पर बैठाकर पूरा नगर देखने निकले। जय जगन्नाथ के जयकारे से पूरा नगर गुंजायमान रहा। भक्त कड़ी धूप में भी रथ को हाथों से खींचते जा रहे थे। यह यात्रा शहरी क्षेत्र के बड़ा चौक तिरंगा चौक कालीबाड़ी चौक टावर चौक होते हुए मौसी बाड़ी पहुंची।

इस दौरान प्रशासन की ओर से सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम देखने को मिला। पुजारी ने कहा कि रथयात्रा भारत की मजबूत सांस्कृतिक एकता और सौहार्द का प्रतीक है। नगर भ्रमण के पश्चात भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ 7 दिनों तक मौसी बाड़ी अर्थात गांधी चौक स्थित काली मंडा में निवास कर भक्तों को दर्शन देंगे। जहां सातों दिन पूरे विधि विधान के साथ पूजन आरती होगी। इसके बाद पंचांग के मुताबिक आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को भगवान वापस मंदिर में प्रवेश करेंगे।

कार्यक्रम को सफल बनाने में आचार्या सतीश मिश्रा अमित मिश्रा राजेंद्र बर्नवाल नीतीश मिश्रा दीपक यादव राम यादव प्रियांशु शेखर सौरव मिश्रा,मनोज चौरसिया रवि चौरसिया सन्नी प्रेम यादव गौरव संतोष दीपक यादव,रामजी यादव, सुशील सुराणा, अमित मिश्रा,रोहित सिंह,राजेंद्र लाल बरनवाल,सुरेश प्रसाद,अभिषेक स्वर्णकार,सिद्धांत चन्द्रवंशी,अंकित दूबे आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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