रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ पांच दिवासीय
आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का हुआ समापन
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ पांच दिवासीय आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का हुआ समापन
पटना:सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), पटना द्वारा कैंब्रिज सीनियर सेकेंडरी हाई स्कूल परिसर, कथकौली, बक्सर में बीते पांच दिनों से चल रहे आज़ादी का अमृत महोत्सव फोटो प्रदर्शनी का आज 18 अगस्त को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, अतिथियों के संभाषण, पुरस्कार वितरण आदि के साथ समापन हुआ। मौके पर बड़ी संख्या में स्कूली बच्चें उपस्थित थे।
समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय संचार ब्यूरो, पटना के कार्यक्रम प्रमुख सह क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी पवन कुमार सिन्हा ने कहा कि पांच दिनों तक चलने वाले इस अमृत महोत्सव फोटो प्रदर्शनी को हज़ारों की संख्या में अलग-अलग विद्यालयों के विद्यार्थियों ने आज़ादी के नायकों, गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों और केंद्र सरकार की 8 साल की उपलब्धियों को देखा और समझा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने महापुरुषों के आदर्शों, कार्यों एवं उपदेशों को आत्मसात करना चाहिए और अपने आसपास के लोगों को उनके बारे में जागरूक करना चाहिए।
कैंब्रिज सीनियर सेकेंडरी हाई स्कूल के निदेशक डॉ मोहन चौबे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदर्शनी में आज़ादी की पूरी कहानी प्रदर्शित की गई है, जो बच्चों के लिए बेहद ज्ञानवर्धक है। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी गुलामी की सबसे बड़ी वजह राष्ट्रीयता की कमी थी। उन्होंने कहा कि हमें आज़ादी स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग, बलिदान के बाद मिली है। हमें इसे अछुन्न बनाए रखना है। कैंब्रिज सीनियर सेकेंडरी हाई स्कूल के प्राचार्य मिथलेश कुमार चौबे ने कहा कि स्वतंत्रता हमने लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों और बलिदान से पाई है। उन्होंने कहा कि बच्चे प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से उनके बारे में और अधिक जान पाए हैं।
महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय, बक्सर की सहायक प्रोफेसर डॉ छाया चौबे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमें समाज में लोगों को एक जिम्मेदार नागरिक बनाने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम समाज की खामियों, रूढ़िवादिता और अखंडता की कमी की वजह से सैकड़ों वर्षो तक गुलाम रहे हैं। भारत में अभी भी ये कामियां व्याप्त है। हमें इन्हें ढूंढ-ढूंढ कर दूर करने की आवश्यकता है, तभी हमारा भारत वास्तव में समृद्धि और सुंदर होगा। उन्होंने बच्चों से आग्रह करते हुए कहा बच्चों को महापुरुषों के व्यक्तिगत जीवन से प्रेरणा लेनी।
समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीबीसी, पटना के सहायक निदेशक डॉ एन एन झा ने बच्चों में उर्जा जागते हुए कहा कि बच्चे आप कल का भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के कंधों पर खुद को जागरूक करने और आने वाली पीढ़ी को भी जागरुक करने का दायित्व है। आप खुद को ज्ञानवान और सुसंस्कृत बनाएं।
कार्यक्रम के अंत में चित्रांकन प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया, जिसका आयोजन 13 अगस्त को सरस्वती विद्या मंदिर, बालिका खंड, बक्सर में किया गया था। चित्रांकन प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः 9वीं कक्षा की नैंसी कुमारी, श्रृष्टि वर्मा तथा रिया कुमारी रही।
कार्यक्रम एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का संचालन सीबीसी पटना के क्षेत्रीय प्रचार सहायक अमरेंद्र मोहन ने किया।
समापन समारोह कार्यक्रम में अहरौली, बक्सर के वार्ड अध्यक्ष संतन शर्मा और वार्ड सदस्य राजन चौबे विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। इनके अलावा सीबीसी, छपरा के क्षेत्रीय प्रचार सहायक सर्वजीत सिंह, निशांत कुमार, अशोक कुमार, सुरेंद्र चौधरी भी मौके पर मौजूद थे।
कैंब्रिज सीनियर सेकेंडरी हाई स्कूल, कथकौली में आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव के अंतिम दिन भी फोटो प्रदर्शनी को देखने के लिए स्कूली बच्चों की बड़ी भीड़ उमड़ी। बच्चों ने आजादी के लिए आंदोलन की तस्वीरों को देखा। बच्चों ने उत्साहित होकर सेल्फी प्वाइंट पर फोटो भी खिंचवाई।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों के बीच प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और सही जवाब देने वाले बच्चों को मौके पर ही पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम में विभागीय कलाकारों एवं सांस्कृतिक दल के कलाकरों द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन पर संगीत और नाटक प्रस्तुत किया गया तथा भोजपुरी बिरहा दल द्वारा संगीतमय प्रस्तुति दी गई।