युवक की कर्नाटक में मौत,शव पहुंचते ही मातम में डुबा गांव ,जानिए क्यों हुआ ऐसा
सरकार की ओछी राजनीति के कारण पलायन करने पर विवश हैं मजदूर : बसंत साव
युवक की कर्नाटक में मौत,शव पहुंचते ही मातम में डुबा गांव
सरकार की ओछी राजनीति के कारण पलायन करने पर विवश हैं मजदूर : बसंत साव
संवाददाता:ईश्वर यादव
हजारीबाग/बरकट्ठा : प्रखंड के बरकट्ठाडीह निवासी 22 वर्षीय प्रदीप कुमार पिता लिलो साव का शव पहुंचते ही क्षेत्र में मातम पसर गया।हर किसी की आंखें नम हो गई। परिजन जहां दशहरा की खुशियां मनाने की सोच रहे थे। सारी खुशियां मातम में बदल गया। खबर पाते ही पूर्व जिप उपाध्यक्ष चंदन देवी व पूर्व मुखिया संघ अध्यक्ष बसंत साव ने दुखित परिवार के घर पहुंचकर ढांढस बंधाते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया। लोगों के मुताबिक मृतक प्रदीप कुमार कर्नाटक के बेल्लारी में पोकलेन मशीन चलाता था। ड्यूटी के दौरान सोमवार को
मशीन पर भारी भरकम पत्थर गिर जाने के कारण उनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। मृतक अपने घर का अकेला कमाउ व्यक्ति था जिसपर सभी परिजन निर्भर रहते थे। उनके निधन से परिजनों पर मुसीबत का पहाड़ टूट गया है। परिजनों को रो रो कर बुरा हाल है। मौके पर पूर्व मुखिया संघ अध्यक्ष सह मुखिया प्रतिनिधि बसंत साव ने कहा कि झारखंड में खनिजों का भंडार पडा है। लेकिन झारखंड सरकार की ओछी राजनीति के कारण झारखंड के मजदूर दुसरे राज्यों में पलायन को विवश हैं। ज्ञात हो एक सप्ताह में दो प्रवासी मजदूरों का शव बरकट्ठा पहुंचने से क्षेत्र में गमगीन का माहौल है।
बिते दिनों प्रवासी मजदूर कारु यादव की मौत हैदराबाद में हो गई थी।मौके पर पूर्व मुखिया संघ अध्यक्ष बसंत साव, रामखेलावन यादव, यशवंत यादव, इंद्रदेव साव, श्यामसुंदर यादव, सुरेश राम, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि मधू दास, सहदेव यादव, शंभू साव, बालकृष्ण साव, केदार राणा,समेत आदि लोग उपस्थित थे।