बैंक ऑफ इंडिया का वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में हुआ रु.1,350 करोड़ का शुद्ध लाभ
बैंक ऑफ इंडिया का वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में हुआ रु.1,350 करोड़ का शुद्ध लाभ
बैंक ऑफ इंडिया का वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में हुआ रु.1,350 करोड़ का शुद्ध लाभ
हजारीबाग: खबर 24 न्यूज नेटवर्क
झारखंड/हजारीबाग: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया का निवल लाभ, वर्ष-दर वर्ष आधार पर 123% की उछाल आई है। यह वित्तीय वर्ष ’22 की चौथी तिमाही में रु.606 करोड़ था जो वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में बढ़कर रु.1,350 करोड़ हो गया। परिचालन लाभ वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 69.67% की उछाल आई है। यह वित्तीय वर्ष 22 की चौथी तिमाही में रु. 2,466 करोड़ था जो वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में बढ़कर रु. 4.184 करोड़ हो गया। निवल ब्याज आय (एनआईआई) में 37.77% की वृद्धि आई है। यह वित्तीय वर्ष 22 की चौथी तिमाही में रु.3,987 करोड़ से बढ़कर वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में रु. 5,493 करोड़ हो गयी। गैर-ब्याज आय जो वित्तीय वर्ष’ 22 की चौथी तिमाही के रु. 1,587 करोड़ थी 95.27% वृद्धि के साथ वित्तीय वर्ष 23 की चौथी तिमाही में रु. 3,099 करोड़ हो गयी। वित्तीय वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में यह रु.1,432 करोड़ थी जिसमें क्रमिक आधार पर 116% की वृद्धि आई है। सीआरएआर 16.28% और सीईटी-1 अनुपात 13.60% रहा। सकल एनपीए अनुपात 267 बीपीएस कम होकर 7.31% और निवल एनपीए अनुपात 68 बीपीएस कम होकर 1.66% हुआ। प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) 89.68% पर रहा। स्लिपेज अनुपात 0.64% रहा और ऋण की लागत 0.45% रही। आरएएम अग्रिमों में वर्ष-दर-वर्ष 12.29% वृद्धि हुई है और अग्रिमों में उसकी हिस्सेदारी 55.11% है। प्राथमिकता क्षेत्र अग्रिम, एएनबीसी का 43.28% है। कासा अनुपात दिसंबर’22 में 44.56% से सुधरकर मार्च’23 में 44.73% हो गया।
वहीं वित्तीय वर्ष 23 की बात करें तो निबल लाभ में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 18.15% की उछाल आई है। यह वित्तीय वर्ष 22 में रु.3,405 करोड़ था जो वित्तीय वर्ष 23 में बढ़कर रु.4,023 करोड़ हो गया और परिचालन लाभ जो वित्तीय वर्ष 22 में रु.9,988 करोड़ था, 34.09% बढ़कर वित्तीय वर्ष 23 में रु13,393 करोड़ हो गया। निवल ब्याज आय (एनआईआई) जो वित्तीय वर्ष 22 में रु.14,063 करोड़ थी, 44.17% बढ़कर वित्तीय वर्ष 23 में रु.20.275 करोड़ हो गई और गैर-व्याज आय, जो वित्तीय वर्ष 22 में रु. 7,879 करोड़ थी, वित्तीय वर्ष 23 में रु. 7,100 करोड़ रही।