बानादाग रेलवे साईडिंग में कार्य कर रही कंपनी और कंपनी के सहयोगी सदर विधायक के विरूद्ध मुखर हुए किसान व ग्रामीण
बानादाग रेलवे साईडिंग में कार्य कर रही कंपनी और कंपनी के सहयोगी सदर विधायक के विरूद्ध मुखर हुए किसान व ग्रामीण
हजारीबाग
सदर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कटकमदाग प्रखंड के बानादाग रेलवे कोयला साइडिंग के खिलाफ स्थानीय किसान और ग्रामीण जनता मुखर हो गए हैं। रेलवे बानादाग साईडिंग में कार्य कर रही कंपनी और कंपनी के सहयोगियों के खिलाफ किसान के साथ ग्रामीण आम-आवाम आंदोलन करने की भी चेतावनी दिया। पिछले पांच वर्षों से बानादाग रेलवे कोयला साईडिंग के कारण 10 से 12 एकड़ में लगे धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है, जिससे किसानों को लाखों की क्षति होती है। स्थानीय किसानों ने कहा कि रेलवे कोयला साइडिंग के बने 5 वर्ष बीत गए और कंपनी और उसके सहयोगी डंपिंग यार्ड से किसानों का शोषण कर रहे है। किसानों के फसल बर्बाद होने पर न कोई मुआवजा और न ही किसी तरह का फसल बीमा का लाभ दिया जाता है। इससे किसान निराश होकर 5 वर्ष के बाद आंदोलन की ओर रुख कर रहे है। समाजसेवी सह सदर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने पीड़ित किसानों के साथ आंदोलन को मजबूती प्रदान करने का आह्वान ग्रामीण और जिले के किसानों से किया है। सदर विधानसभा क्षेत्र के किसान के साथ आम जनता को खासकर युवाओं को ठगने का काम किया गया है। कोयला साइडिंग से फसल बर्बादी पहला मुद्दा है। इसके साथ युवाओं को रोजगार साइडिंग पर ना दिया जाना भी बड़ा सवाल है, जिससे यहां के किसान और ग्रामीण जनता अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। समाजसेवी मुन्ना सिंह ने झारखंड सरकार से अपील करते हुए कहा कि बानादाग कोल साइडिंग के मामले में अभिलंब संज्ञान लें, जिससे लोगों को रोजगार और किसानों को उचित मुआवजा मिल सकें।