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बकरी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचा किसान, पुलिस भी रह गई हैरान

बकरी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचा किसान, पुलिस भी रह गई हैरान

बकरी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचा किसान, पुलिस भी रह गई हैरान

कानपुर:  उत्तर प्रदेश के कानपुर में हैरतअंगेज मामला सामने आया है।यहां एक व्यक्ति बकरी के खिलाफ फूल चोरी की शिकायत लेकर थाने पहुंच गया। व्यक्ति कहना है कि कुछ बकरियां उसके खेत में घुसकर गेंदा के फूल खा गईं। उसने दो बकरियों को पकड़ लिया।फिर उन्हें ऑटो से लेकर थाने पहुंच गया।पुलिस असमंजस में हैं कि वो क्या कार्रवाई करे।ये मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

यह घटना भीतरगांव इलाके के गौरी काकरा गांव की है।यहां आसपास फूलों की खेती होती है।किसान शैलेंद्र निषाद भी फूलों की खेती करते हैं। इस बार शैलेंद्र ने गेंदा के फूलों की खेती की है,लेकिन इधर कई दिन से शैलेंद्र परेशान थे,क्योंकि शाम होते ही कोई चुपके से उनके फूलों को तोड़ ले जाता था।
शैलेंद्र ने अपने गांव के लोगों से पूछा,लेकिन कोई पता नहीं चला।ऐसे में बीते सोमवार को शैलेंद्र फूल बेचने शहर नहीं गए बल्कि चुपचाप लाठी लेकर खुद ही अपनी खेत की रखवाली में बैठ गए।इसी बीच शाम को शैलेंद्र ने देखा कि एक तरफ से चार-पांच बकरियां उनके खेत में घुसकर फूलों को खा रही हैं।
यह देखकर शैलेंद्र का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। शैलेंद्र ने बकरियों को पकड़ने की कोशिश की,लेकिन वो भाग गईं।आखिर में शैलेंद्र के हाथ दो बकरियां लग गईं। बस फिर क्या था शैलेंद्र इन दो बकरियों को पकड़कर तुरंत सड़क पर आए और ऑटो में भरकर सीधे थाने पहुंच गए।

थाने में बकरी की शिकायत लेकर पहुंचे शैलेंद्र को देखकर पुलिस वाले भी हड़बड़ा गए।पुलिस ने शैलेंद्र से बकरियों को लेकर आने का कारण पूछा तो उसने बताया कि साहब, यह सब रोज मेरे फूलों को चुपचाप जाकर खा जाती हैं,जिससे मेरा बहुत नुकसान हो रहा है,लेकिन बकरियों का मालिक इसपर कोई ध्यान नहीं देता है।इसलिए मैं चोरी करके फूल खाने वाली इन बकरियों को ही पकड़ लाया हूं।शिकायत सुनकर पुलिसकर्मी भी असमंजस में थी वो क्या करें। बाद में पुलिस ने पता करवाया कि ये बकरियां किसकी हैं तो मालिक का चला।

दारोगा प्रमोद कुमार के मुताबिक गांव की एक लड़की की ये बकरियां हैं।उसने बताया कि किसी ने बकरियों को खोल दिया था, जिस कारण वो खेतों में चली गईं।हिदायत देने के बाद उसने बांधकर रखने की बात कही है।चेतावनी दी है कि अब बकरियां शैलेंद्र के फूलों के खेत में नहीं जानी चाहिए। शैलेंद्र ने भी बकरी मालिक को माफ कर दिया है।कोई‌ रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है।

विजय त्रिवेदी कानपुर

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