प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दी मेरठवाशियों को बड़ी सौगात ,
मेजर ध्यान चंद खेल विश्विद्यालय का शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को विश्वविख्यात खेल उपकरणें का उत्पादन करने वाले मेरठ को बड़ी सौगात देने पहुंचे। यहां पर पीएम मोदी ने सबसे पहले भगवान औघड़नाथ का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद शहीद स्मारक को भी काफी देर तक निहारा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौसम खराब होने की वजह से हवाई मार्ग के बजाय सड़क मार्ग से मेरठ पहुंचे। मेरठ में करीब चार घंटे के कार्यक्रम में पीएम मोदी देश के कुछ नामचीन खिलाड़ियों से छोटा संवाद भी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सरधना में मेजर ध्यान चंद खेल विश्विद्यालय के प्रांगण में शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचने पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर खिलाडि़य़ों से बातचीत के बाद मेरठ में बनने वाले विभिन्न खेल उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान पीएम खेल कंपनियों के प्रत्येक स्टाल पर गए और खेल उत्पादों की बारीकी से जानकारी ली। पीएम ने एक स्टाल पर कसरत भी की। उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे।
इससे पहले मेरठ शहीद स्मारक पर देश की आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विकास को प्रदर्शित पीएम का चित्रपट भी लगा था। प्रधानमंत्री सरधना क्षेत्र के गांव सलावा में मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। साथ जनसभा को भी संबोधित करेंगे। मौसम खराब होने की वजह से प्रधानमंत्री दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे से मेरठ पहुंचे हैं। मेरठ के दौरे पर प्रधानमंत्री सबसे पहले औघड़नाथ में मंदिर पूजा अर्चना की और काली पलटन शहीद स्मारक पहुंचे।
इसके बाद राज्यापाल आनंदीबेन पटेल तथा सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ मंदिर की परिक्रमा भी की। इसके बाद पीएम मोदी के वाहनों का काफिला शहीद स्मारक पहुंचा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काली पलटन शहीद स्मारक शहीद स्मारक पहुंचे। प्रधानमंत्री ने यहां शहीदों को श्रद्धांजलि दी। पीएम ने शहीद स्मारक स्थित संग्रहालय का अवलोकन भी किया।
दिल्ली में मौसम खराब होने पर सड़क मार्ग से पहुंचे प्रधानमंत्री
दिल्ली में मौसम खराब होने की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सड़क मार्ग से मेरठ लाया गया। पुलिस ने पहले से सड़क मार्ग से सभी इंतजाम किए हुए थे। प्रधानमंत्री के काफिले के समय मेरठ- दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर यातायात रोक दिया गया था। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि प्रधाममंत्री को हवाई मार्ग से मेरठ आना था। दिल्ली में मौसम खराब होने की वजह से हवाई मार्ग से नहीं आ सकें। अचानक की कार्यक्रम में बदलाव कर दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे का यतायत रोक दिया गया।प्रधानमंत्री के काफिले को एक्सप्रेस वे से परतापुर में एनएच 58 पर उतारा गया। यहां से मोदीपुरम फ्लाईओवर होते हुए रुड़की रोड पर लाया गया। उस समय दिल्ली हाइवे पर यातायात कुछ समय के लिए रोक दिया गया था। प्रधानमंत्री के काफिले को रुड़की रोड पर टैंक चौराहे से होते हुए कैंट के अंदर से औघड़नाथ मंदिर लाया गया। यहां पर पहले से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके स्वागत को आ गए थे। प्रधानमंत्री के मंदिर पहुचते ही। मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया। उसके बाद पूजा अर्चना करने के बाद शहीद स्मारक पर गए। यहां शहीदों को नमन करने के बाद वापस कैंट एरिया से होते हुए रुड़की मार्ग पर लाया गया। मोदीपुरम फ्लाईओवर से होते हुए सलावा में जनसभा के लिए प्रधानमंत्री प्रस्थान कर गए।
खिलाड़ियों की कई दशक से चली आ रही मांग
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों की कई दशक से चली आ रही मांग को पूरा करेंगे। वह मेरठ में सरधना तहसील क्षेत्र अंतर्गत गांव सलावा में प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। यह खेल विश्वविद्यालय हाकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर बनाया जा रहा है। यहां पर शिलान्यास के अलावा प्रदेश भर के राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित 32 खिलाड़ियों से छोटा संवाद भी करेंगे। कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए मंच पर गिनती के विशिष्ट अतिथि ही मौजूद रहेंगे। इनमें मुख्य रूप से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य होंगे। करीब डेढ़ घंटे प्रधानमंत्री कार्यक्रम स्थल पर रहेेंगे और दोपहर 2.45 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करीब सात सौ करोड़ की लागत से बनने वाले मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। आधुनिक और उत्कृष्ट खेल अवसंरचना से लैस मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय करीब ढाई वर्ष में तैयार होगा। हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम से बन रहा विश्वविद्यालय मेरठ के सरधना कस्बे के सलावा और कैली गांव में स्थापित किया जा रहा है। मेरठ में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के पीछे की सोच पीएम मोदी के देश के हर भाग में विश्वस्तरीय खेल अवसंरचना स्थापित करने के विषय में उनकी परिकल्पना के अनुरूप है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खेलो इंडिया के तहत देश के हर कोने में खेलों के विकास पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। उनका जिन प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष ध्यान है उनमें खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ देश के हर हिस्से में विश्वस्तरीय खेल अवसंरचना स्थापित करना शामिल है। मेरठ में मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय की स्थापना इस परिकल्पना को पूरा करने की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम होगा।
खेल विवि में बनेंगे यह भवन
प्रशासनिक ब्लाक, एकेडमिक ब्लाक, सेंट्रल लाइब्रेरी, आडिटोरियम, फैसिलिटी सेंटर (बैंक, डाकघर व दुकान), शापिंग कांप्लेक्स, मेंटीनेंस कार्यालय, हेल्थ सेंटर, पुलिस चौकी, अतिथि गृह, कुलपति आवास, पुरुष छात्रवास, महिला छात्रवास, सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के अलग टाइप के आवास, मल्टीपरपज हाल, जिम, योग हाल, गार्ड रूम, बास्केट बाल, लान टेनिस, वालीबाल, 100 मी. ट्रैक, हाकी ग्रांउड, फुटबाल, एथलेटिक्स, हैंडबाल कोर्ट, 60 मीटर शूटिंग रेंज आदि।
हर जिले से 75 खिलाड़ी आमंत्रित
खेल विवि के शिलान्यास कार्यक्रम में प्रदेश के हर जिले से 75 खिलाड़ियों को आमंत्रित किया गया है। कुल 16,850 खिलाड़ी कार्यक्रम में शामिल होंगे।