पुस्तक के प्रति आकर्षण का मंच तैयार कर रही है पुस्तक यात्रा : डॉ मुनीष गोविंद
इंटर साइंस कॉलेज, संत कोलंबा महाविद्यालय व बीडी जायसवाल महाविद्यालय का भ्रमण कर विष्णुगढ़ की ओर बढ़ा पुस्तक यात्रा
पुस्तक के प्रति आकर्षण का मंच तैयार कर रही है पुस्तक यात्रा : डॉ मुनीष गोविंद
इंटर साइंस कॉलेज, संत कोलंबा महाविद्यालय व बीडी जायसवाल महाविद्यालय का भ्रमण कर विष्णुगढ़ की ओर बढ़ा पुस्तक यात्रा
खबर 24 न्यूज डेस्क
हजारीबाग: आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग की ओर से रविंद्रनाथ टैगोर विश्वकला एवं संस्कृति केंद्र व वनमाली सृजन पीठ की पहल पर आयोजित विश्वरंग पुस्तक यात्रा का कारवां अपने दूसरे दिन शुक्रवार की सुबह संत कोलंबा महाविद्यालय और उसके बाद झुमरा स्थित बीडी जायसवाल महाविद्यालय पहुंचा, जहां विद्यार्थियों के लिए महाविद्यालय परिसर में किताबों की प्रदर्शनी लगाई गई। साथ ही विभिन्न लेखकों, साहित्यकारों, वैज्ञानिकों, विचारकों व कवियों के पोस्टर लगाए गए। किताबों और पोस्टरों के जरिए अनेक साहित्यिकारों, वैज्ञानिकों समेत महत्वपूर्ण जानकारियां विद्यार्थियों को दी गई। इस दौरान महाविद्यालय परिसर में ही विद्यार्थियों के लिए कविता पाठ, रचना पाठ, निबंध प्रतियोगिता, चित्रकला समेत अन्य प्रतियोगिताएं आयोजित की गई और विजेता प्रतिभागियों को महाविद्यालय के प्राचार्य व आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलसचिव के हाथों पुरस्कृत किया गया। दोनों कॉलेजों में आईसेक्ट विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में डॉली
कुमारी, अनुज कुमार, मो आसिफ रजा, प्रणीत, सुजीत, विमल कुमार निराला, संतोष, राज आर्यण, स्वाति गिरी, प्रियंका, रानी भारती, अनुराधा वर्मा, स्मिता सिंह, भारती, पूजा राणा, धीरज, अभिषेक, सूजल कुमार, निशांत रंजन, ऋषभ राज समेत अन्य ने किताबों की ओर रूझान बढ़ाने को लेकर बेहद मनमोहक नुक्कड़ नाटक पेश किया, जिसे मौजूद लोगों ने काफी सराहा। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने कहा कि किताबें करती हैं बातें, यह केवल बोलने का वक्त नहीं बल्कि महसूस करने का समय है। किताबों की ओर रूझान बढ़ाने के साथ साथ पुस्तक की अहमियत से लोगों व विद्यार्थियों को रूबरू कराना, पुस्तक यात्रा का मुख्य उद्देश्य है। वहीं संत कोलंबा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जेआर दास ने आईसेक्ट विश्वविद्यालय के इस पहल की काफी सराहना की और कहा कि पुस्तक यात्रा की पहल का सकारात्मक संदेश ही नहीं जाएगा बल्कि आज की युवा पीढ़ी के लिए यह पुस्तक यात्रा सकारात्मक दिशा में कदम बढ़ाने को लेकर मील का पत्थर भी साबित होगा। इससे पूर्व गुरूवार को पुस्तक यात्रा इंटर साइंस कॉलेज पहुंची, जहां के विद्यार्थियों ने भी पुस्तक यात्रा का लाभ उठाया। इंटर साइंस कॉलेज के प्राचार्य बसंत झा ने भी आईसेक्ट विश्वविद्यालय के पुस्तक यात्रा की सराहना की और कहा कि आईसेक्ट विश्वविद्यालय का यह अनूठा प्रयास केवल विद्यार्थी हित ही नहीं बल्कि समाज हित में है।
पुस्तक यात्रा को सफल बनाने में कार्यक्रम समन्वयक विक्रांत भट्ट, संयोजक विजय कुमार, माधवी मेहता, रोहित कुमार, शीत गंगा, संजय कुमार दांगी, प्रीति व्यास, विन्नी, मो शमीम अहमद, अमित कुमार, डॉ राज, राज शर्मा, सन्नी पांडेय, सूरज कुमार, कैलाश प्रसाद, गुलाब कुमार समेत अन्य की भूमिका महत्वपूर्ण रही।