पटना ,संवाददाता : अनूप नारायण सिंह
बिहार : पटना वाले गुरु डॉक्टर एम रहमान का नाम अब बिहार व देश के लोगों के लिए जाना पहचाना नाम बन चुका है वेद व कुरान के ज्ञाता गुरु रहमान महज ₹11 की गुरु दक्षिणा में हजारों छात्रों को यूपीएससी बीपीएससी व अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता दिला चुके हैं. किताबी शिक्षा के साथ ही साथ छात्रों को ये नैतिकता और राष्ट्रवाद का भी पाठ पढ़ाते है.कोरोना के कहर के बीच बिहार की राजधानी पटना के नया टोला गोपाल मार्केट में अवस्थित अदम्या आदिति गुरुकुल व एम सिविल सर्विसेज के संचालक डॉ एम रहमान विगत दो सप्ताह से छात्रों को ऑनलाइन दरोगा मेंस बीपीएससी एसएससी व अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं के टिप्स दे रहे हैं. साथ ही साथ संकट की इस घड़ी में जो छात्र किसी कारणवश अपने घर नहीं जा पाए हैं तथा पटना में फंस गए हैं उनके लिए भोजन और आवास की व्यवस्था उनके द्वारा की गई है अभी हजारों ऐसे संकटग्रस्त छात्रों के लिए गुरु रहमान मसीहा बनकर उभरे है साथ ही साथ संकट की इस घड़ी में दर्जनों लोगों को उन्होंने रक्त भी उपलब्ध करवाया है अपने जन्म दिवस के अवसर पर उन्होंने पटना के पीएमसीएच में चार सौ यूनिट ब्लड जमा करवाया था और संकट की घड़ी में लोग उनसे संपर्क कर रहे हैं और जरूरतमंदों को उनके द्वारा डोनर कार्ड देकर रक्त उपलब्ध करवाया जा रहा है बातचीत के क्रम में डॉक्टर रहमान ने बताया कि संकट की इस घड़ी में पूरा देश एक है। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है पर क्या किया जा सकता है फिर भी संकट की घड़ी में अपने सहयोगी मुन्ना जी के साथ मिलकर उन्होंने छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था की है जिसमें दरोगा मेंस यूपीएससी एसएससी व अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले हजारों छात्र नियमित रूप से ऑनलाइन उनसे दूर रह कर परीक्षा के सवालों के जवाब प्राप्त कर रहे है.ऑनलाइन टेस्ट सीरीज भी चलाई जा रही है.
गुरु रहमान ने बताया कि कोरोना जैसी महामारी से पूरे विश्व में कहर है ऐसे संकट के समय में मानव जाति की रक्षा सबसे बड़ा धर्म है लोग घरों से बाहर नहीं निकले समाजिक दूरी बनाकर रखें जहां रहें सुरक्षित रहें एकांतवास का पालन करें सरकार और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन हो लॉक डाउन के दौरान लोग नियम कानून का पालन करें. सामाजिक दूरी बनाकर ही महामारी से निजात पाया जा सकता है संकट की इस घड़ी में जितना कुछ हो सकता है वह अपने सहयोगी मुन्ना जी के साथ मिलकर लोगों की सहायता के लिए उपलब्धता सुनिश्चित करवा रहे हैं.