दिव्यांग खिलाड़ी का सहारा बने हर्ष अजमेरा, खेल सामग्री भेंट कर बढ़ाया खिलड़ी का हौसला।
झारखंड दिव्यांग क्रिकेट टीम ओर से झारखंड क्रिकेट टीम में सिलेक्शन हुए दिव्यांग : खिलाड़ी राजेश कुमार
दिव्यांग खिलाड़ी का सहारा बने हर्ष अजमेरा, खेल सामग्री भेंट कर बढ़ाया खिलड़ी का हौसला।
किसी के लिए कुछ कर सकूं, इससे बड़ा मेरे जीवन में और कोई खुशी नहीं हो सकता :– हर्ष अजमेरा।
झारखंड दिव्यांग क्रिकेट टीम ओर से झारखंड क्रिकेट टीम में सिलेक्शन हुए दिव्यांग :– खिलाड़ी राजेश कुमार
हज़ारीबाग : वक्त के साथ हर कुछ बदल रहा है लोग शिक्षा के साथ खेल की ओर अग्रेषित हो रहे हैं। खेल के छात्र छात्राओं का हौसला हर वक्त और हर समय शहर के युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा कर रहे हैं इसी क्रम में उन्होंने अपने कार्यालय परिसर में दिव्यांग खिलाड़ी राजेश कुमार से मुलाकात, इस दौरान राजेश कुमार ने हर्ष अजमेरा से व्यक्तित्व की दिन चर्चा को लेकर काफी कुछ बात किया इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा चयन झारखंड दिव्यांग क्रिकेट टीम के लिए हुआ है। अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर 26 एवं 27 अगस्त को तमिलनाडु के कोयंबटूर बोर्ड में आयोजित जिले की प्रीमियर लीग के तहत त्रिकोणीय सीरीज में झारखंड टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए खेलेंगे। झारखंड के अलावा केरल, तमिलनाडु सहित अन्य राज्य के कई खिलाड़ी जीत के लिए अपनी अपनी देवदारी पेश करेंगे। बातों ही बातों में दिव्यांग खिलाडी राजेश कुमार ने कहां की अच्छे प्रदर्शन के लिए अच्छी खेल सामग्री की अत्यंत आवश्यकता होती है। दिव्यांग खिलाड़ी की बात को सुनते ही हर्ष अजमेरा ने तत्काल अपने कार्यालय के कर्मचारियों को खेल सामग्री लाने के लिए भेजा खेल सामग्री आती ही दिव्यांग राजेश कुमार को खेल सामग्री भेंट कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए , उन्हें जीत की बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की।
हर्ष अजमेरा ने कहा की किसी के लिए कुछ कर सकूं, इससे बड़ा मेरे जीवन में और कोई खुशी नहीं हो सकता। दिव्यांग खिलाड़ी राजेश कुमार के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। तथा राजेश कुमार की जीत की कामना करता हूं।
दिव्यांग खिलाड़ी राजेश कुमार ने कहा की मैंने अपने जीवन में कई व्यक्ति को देखा है उनसे मुलाकात की है पर हर्ष अजमेर जैसा व्यक्ति मै आज तक कहीं नहीं मिला, मेरी उनसे बात हुई और कुछ मिनटों में ही उन्होंने मुझे खेल सामग्री आशीर्वाद के तौर पर बैठ कर दिया। हर्ष सर के द्वारा प्राप्त खेल सामग्री को मैं मेडल जीतकर उन्हें समर्पित करूंगा। इनका आशीर्वाद मेरे लिए देवतुल्य से कम नहीं होगा।