Breaking Newsझारखण्डताजा खबरदुनियादेश
Breaking News

झारखंड में जल स्तर हुआ कम जाने कैसे…..

जल स्तर कम होने से सभी होंगे परेशान....

झारखंड में जल स्तर हुआ कम जाने कैसे…..पानी के वजह से सभी हो सकते है परेशान । 

रांची: झारखंड में लगातार कम बारिश होने के कारण राज्य के सभी जिले के अधिकांश जलाशयों में जल(पानी) का  स्तर लगातार गिर रहा है। आपको बता दे की जब इस बार की बारिश का चर्चा होना सुरु हवा तो ऐसी बीच एक अधिकारी ने शनिवार को यह बताया की झारखंड के लगभग जिले में कम बारिश के बीच कुछ को छोड़कर, राज्य के लगभग 56 जलाशयों में जल स्तर में भारी गिरावट आई है। जब खबर 24 न्यूज  की संवादादत ने जानकारी लेने राज्य के जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता मोतीलाल सिंह के पास पहुंचा और पूछा तो मुख्य अभियंता सिंह ने भी कहा कि अगर मानसून की बारिश जिस तरह से अभी बारिश हो रही है तो बिलकुल झारखंड के लगभग जिले में आने वाले महीनों में पेयजल संकट पैदा हो सकती है और ज्यादातर सिंचाई के लिए कृषि क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति घट सकती है।

आपको यह भी बता दे की  हमने इस सप्ताह 56 जलाशयों में पानी की उपलब्धता की समीक्षा की और एक या दो को छोड़कर लगभग सभी जलाशयों की क्षमता की तुलना में जल स्तर में 60 प्रतिशत से अधिक की कमी पाई है। उन्होंने कहा कि जलाशयों में गिरते जल स्तर ने खरीफ की खेती को पहले ही प्रभावित कर दिया है क्योंकि राज्य में कुल बोए गए क्षेत्र का 27.35 प्रतिशत हिस्सा दर्ज किया गया था जबकि गुरुवार तक धान की बुवाई 17.43 प्रतिशत हुई थी। सिंह ने कहा, “अगर राज्य में मानसून के मौजूदा चरण में पर्याप्त बारिश नहीं होती है, तो आने वाले महीनों में इसे पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है।” उन्होंने कहा कि जिन जलाशयों में जल स्तर गिर रहा है, उनमें बोकारो जिले का तेनुघाट बांध भी शामिल है, जिसमें वर्तमान में 81,440 हेक्टेयर की क्षमता के मुकाबले लगभग 17,800 हेक्टेयर पानी है। 3,047 हेक्टेयर मीटर की क्षमता के मुकाबले, गढ़वा में अनराज जलाशय में वर्तमान में 1,116 हेक्टेयर मीटर पानी है।

आप यह भी जाने की आगे क्या होगा…..

झारखंड राज्य जल संसाधन विभाग के अनुसार, पलामू में मलाई जलाशय में संग्रहित पानी 2,854 हेक्टेयर के मुकाबले 1,473 हेक्टेयर है। राज्य में गुरुवार तक बारिश में 46 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। एक अन्य अधिकारी ने बताया, ‘1 जून से 4 अगस्त तक सिर्फ 297.2 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इस दौरान सामान्य बारिश 549.3 मिलीमीटर रही है। छह जिले 60 प्रतिशत से अधिक की कमी का सामना कर रहे हैं, जबकि जामताड़ा जिले में सबसे अधिक 70 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।

आपको बता दे की झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने हाल ही में झारखंड विधानसभा में कहा था कि 15 अगस्त के बाद झारखंड को सूखाग्रस्त राज्य घोषित किया जा सकता है , क्योंकि इस तिथि को धान की बुवाई की समय सीमा माना जाता है और अभी तक कुछ सुरु नही हो पाया है। सिंह ने कहा कि रांची में तीन प्रमुख बांध है जो गेतलसूद, ध्रुव और कांके में जल स्तर अपेक्षाकृत फिलहाल बेहतर है। इस बीच, अधिकारियों ने यह भी आशंका व्यक्त की है की खराब वर्षा भूजल संसाधन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।

विज्ञापन

Related Articles

Back to top button