जोरदार बारिश होने के कारण मुख्य सड़क तालाब में तब्दील हो गया।
जोरदार बारिश होने के कारण मुख्य सड़क तालाब में तब्दील हो गया।
गिरीडीह: पचंबा से कोवाड़ द्वारपहरी जमुआ जाने वाली मुख्य मार्ग में तेलोडीह के पास जोरदार बारिश होने के कारण मुख्य सड़क तालाब में तब्दील हो गया। जिसके कारण लोगों को आवागमन करने में काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर लगभग ढाई से 3 फीट की ऊंचाई तक पानी भर गया है। इस कारण आए दिन दुर्घटना भी घटित हो रहा है। कई बाइक चालक पानी के बीच में जाकर फंस जा रहे हैं। इंजन में पानी चला जाने के कारण गाड़ी भी खराब हो जा रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रशासन की ओर से इसको लेकर कोई पहल नहीं करने के बाद सभी ग्रामीणों ने प्रशासन को आवेदन दिया। वर्तमान में अभी पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से सड़क के किनारे नाली निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। लेकिन जहां पानी जमा हो रहा है ठीक उसी के बगल में पेट्रोल पंप होने के कारण वहां नाली का निर्माण नहीं हो पाया है। जिसके कारण समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। इस बाबत स्थानीय मुखिया शब्बीर आलम ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से लगभग डेढ़ सौ मीटर नाली निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। लेकिन पेट्रोल पंप के पास नाली निर्माण कार्य नहीं होने के कारण सारे पानी मुख्य सड़क डाउन रहने के कारण जमा हो जा रहा है और राहगीरों को आने-जाने में परेशानियां हो रही है। उन्होंने कहा कि इस को लेकर प्रशासन से वार्ता की गई है। वही पेट्रोल पंप मालिक से नाली निर्माण को लेकर बात किया जाता है तो वह तैयार नहीं हो रहे है।
इसकी जानकारी भी प्रशासन को दे दी गई है। मुखिया ने बताया कि प्रशासन द्वारा बोला गया है कि यदि पेट्रोल पंप मालिक नाली निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न करेगा तो पेट्रोल पंप लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नाली निर्माण का कार्य सड़क के एक तरफ हो रहा है जिसके कारण पूर्ण रूप से इसका समाधान नहीं हो पाएगा। यह एक वैकल्पिक समाधान है। उन्होंने कहा कि फिलहाल नाली का काम अधूरा है पूरा हो जाने से बहुत हद तक लोगों को समस्याओं से निजात मिलेगा।
उन्होंने बताया कि इसके पूर्व भी कई बार गड्ढा नुमा सड़क में डस्ट गिराने का काम किया है। लेकिन बारिश और बड़ी गाड़ी का आवागमन होने से पानी जमा होने की समस्या उत्पन्न हो जाती है। आसपास के दुकानदार वालों का कहना है कि पानी जमा होने के कारण ग्राहक दुकान नहीं आ पा रहे है। ऐसे में काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।