Hazaribag : कार्यशाला से ज्ञान का संवर्धन होगा इससे कृषि की उत्पादकता बढ़ेगी तथा कृषि के समृद्ध होंगे| वैज्ञानिक तकनीक,अनुसंधान का उपयोग कर नए आयाम से कृषकों को फायदा मिलेगा| खरीफ की कृषि के साथ-साथ रबी फसल की दायरा बढ़ाने की जरूरत है साथ ही बेहतर रूप से स्थापित संसाधन का उपयोग करते हुए जलवायु के अनुरूप फसलों का चयन जरूरी है| बेहतर पैदावार के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान का फायदा लेने की जरूरत है| किसानों को उत्पादकता बढ़ाने एवं उन्हें समृद्ध बनाने के लिए सरकार की योजनाएं चल रही हैं उनका लाभ लेने के लिए कृषि अनुसंधान की संस्थाएं सहित अन्य कृषि इकाई को समेकित प्रयास करने की जरूरत है| उन्होंने एलडीएम को केसीसी के लिए लगान रसीद का मामला सुलझाने व अधिकाधिक लक्ष्य के अनुरूप आवेदन सृजित करने का निर्देश दिया| बुधवार को उप विकास आयुक्त अभय कुमार सिन्हा ने कृषि विज्ञान केंद्र,डेमोटांड़ में आयोजित जिला स्तरीय खरीफ कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे|
इस मौके पर कृषि अनुसंधान केंद्र के डॉ विशाल नाथ ने कहा कि कृषकों को अधिकाधिक पैदावार के लिए नवीनतम जानकारी के साथ-साथ एक फसली से बहू फसली की ओर कदम बढ़ाना होगा| उन्होंने किसानों को समेकित कृषि के लिए कृषि अनुसंधान के संस्थानों से जुड़कर लाभ हासिल करने पर जोर दिया| वहीँ वैज्ञानिक डॉ पंकज सिन्हा ने कार्यशाला में चीकू,ड्रैगन फ्रूट जैसे नए फसल का उत्पादन प्रायोगिक तौर पर करने की बात कही| उन्होंने कहा कि गोरिया करमा में टेक्नोलॉजी पार्क बनाया जा रहा है जहां प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रदर्शन की भी उचित व्यवस्था होगी| मौके पर डॉ सीमा कुमारी ने बीजों के का संरक्षण, संवर्धन,उपचार, प्रयोग व जल संरक्षण के तरीकों तथा उनके फायदों के बारे में कृषकों को विस्तार से जानकारी दी एवं कृषकों से इसका लाभ उठाने की अपील की|
इस कार्यशाला में डॉ राघव कुमार रामगढ़, जिला कृषि पदाधिकारी राजेंद्र किशोर,केवीके हजारीबाग, एलडीएम सुधाकर पांडे,आत्मा निदेशक अनुरंजन, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, जनसेवक, जेएसएलपीएस के प्रतिनिधि, प्रगतिशील कृषक कुलेश्वर मेहता, अशोक कुमार मेहता, राम प्रसाद कुशवाहा, रोहित महतो, प्रमोद कुमार सहित दर्जनों कृषक उपस्थित थे|
Back to top button