जीएम महाविद्यालय, इचाक में स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया
जीएम महाविद्यालय, इचाक में स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया
जीएम महाविद्यालय, इचाक में स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया
हजारीबाग: जीएम महाविद्यालय, इचाक में 76 वां स्वतंत्रता दिवस सह – अमृत महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। ध्वजारोहण महाविद्यालय के संस्थापक स्व.घनश्याम प्रसाद मेहता जी के पिता श्री रामेश्वर महतो जी के कर कमलों द्वारा हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। आजादी के इस अमृत महोत्सव पर शिक्षकों, छात्र-छात्राओं मैं काफी उत्साह देखा गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अमृत महोत्सव को लेकर महाविद्यालय में चलाए गए सप्ताहिक कार्यक्रम जैसे- भाषण प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, निबंध, रील वीडियो, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में बेहतर परिणाम लाने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय प्राचार्य श्री शंभू कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैं उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करता हूं जिन्होंने भारत को आजाद कराने का सपना देखा और अपने प्राण न्योछावर कर दिए ताकि हम एक स्वतंत्र भारत में सांस ले सके। आजादी के इस अमृत महोत्सव में उपस्थित समाजसेवियों, पत्रकार बंधु, अभिभावक गण, छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दोस्ताना इतना बरकरार रखो कि मजहब बीच में ना आए कभी।
सचिव श्री विनय कुमार ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “आओ झुक कर सलाम करें उनको जिनके हिस्से में यह मुकाम आता है खुशनसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है”
अतः देश और अपने तिरंगे के लिए हर युवाओं के दिल में देश प्रेम की भावना हमेशा बनी रहनी चाहिए साथ ही वही छात्र-छात्राएं जीवन में अपना लक्ष्य हासिल कर सकता है जो अनुशासित हो।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय प्रभारी श्री पंकज कुमार, डॉ.रोहित कुमार,शिक्षक रत्नेश कुमार राणा, दीपक प्रसाद,रियाज़ अहमद,अजीत हंसदा,कुमारी ज्योति,संजना कुमारी, अजय उरांव,आशीष पांडे,आलोक कुमार पांडे,रंजन कुमार,प्रीति कुमारी,गायत्री शर्मा, नीति कुमारी,मोहन कुमार,उज्जवल कुमार,बिनोद कुमार मेहता, राजकुमार, कृष्ण कुमार मेहता,सुनीता टोप्पो,प्रिया कुमारी,कृष्णदेव यादव,अभिषेक शर्मा, संजय प्रजापति का सराहनीय योगदान रहा।