जिले में विधि व्यवस्था चाक चौबंद करने को लेकर उच्च स्तरीय बैठक सम्पन्न।
लॉ एण्ड आर्डर के महत्वपूर्ण विन्दुओं पर हुई चर्चा, दिये गये आवश्यक निर्देश।
हजारीबाग:जिले में विधि व्यवस्था संधारण को लेकर उपायुक्त आदित्य कुमार आनन्द एवं पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथ ने गुरूवार को समाहरणालय सभागार में संयुक्त रूप से सभी थाना प्रभारियों, प्रखण्ड व अंचल अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की।
बैठक को सम्बोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि विगत दो वर्षों से कोविड महामारी के कारण लॉ एण्ड आर्डर की नियमित बैठक नहीं की जा सकी। उन्होंने कहा कि छिट-पुट वारदातों से जिले के छवि धूमिल होती है इसलिए यह जरूरी है कि अपराधियों पर सख्ती से नकेल कसी जाय। कोरोना महमारी के स्थिति पूर्व के मुकाबले अब सामान्य है इसलिए पुलिस प्रशासन विधि व्यवस्था को लेकर नये सिरे से रणनीति के तहत कार्य करे। उन्होंने सीसीए प्रस्ताव के तहत नामित अपराधियों पर निगरानी रखते हुए ऐसे व्यक्तियों के गतिविधियों पर नियमित मॉनिटरिंग करने का निर्देश सभी थाना प्रभारियों को दिया।
सामान्य लॉ एंड ऑर्डर
मौके पर उपायुक्त ने आने वाले त्योहारों से संबंधित फीडबैक प्राप्त करते हुए पुलिसिया चौकसी बढ़ाने, नियमित निगरानी, सूचना तंत्र, वाहनों की चेकिंग, रोड सुरक्षा, संवेदनशील जगहों को चिन्हित करते हुए चौकसी बढ़ाने, सहित विधि व्यवस्था को लेकर प्रशासन की सतर्कता एवं सक्रियता को लेकर व्यापक निर्देश दिया। उन्होंने सीसीए के तहत कारागार से छुटे कैदियों के दोबारा से अपराधिक गतिविधियों में संलिप्ता की संभावना को देखते हुए ऐसे कैदियों पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश सभी थाना प्रभारियों को दिया। वहीं जिला बदर के मामलों पर बारिकी से निगरानी रखने का निर्देश देते हुए कहा कि जिला बदर हुए लोग जिले के सीमा क्षेत्रों से अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते है, इसलिए सीमावर्ती जिला/थानों के साथ आपसी समन्वय बनाकर आंकड़ों एवं सूचनाओं का आदान प्रादन करने सहित इन क्षेत्रों में नियमित गश्ती करना आवश्यक है।
मौके पर उपायुक्त ने महत्वपूर्ण सरकारी भवनों/सम्पतियों की चोरी एवं अपराधिक गतिविधियों को मामलों पर सिक्योरिटी ऑडिट कराने की बात पर बल देते हुए कहा कि सुरक्षात्मक उपाय के तहत जिन भवनों पर सीसीटीवी संधारित किये गये हैं उनकी क्रियाशीलता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी एसडीपीओ, थाना प्रभारियों को आपसी समन्वय के साथ सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले गतिविधियों पर अपनी पैनी नजर बनायें रखें तथा ऐसे मामलों पर तत्काल कार्रवाई करें। साथ ही उन्होंने शहरों व ग्रामीण स्तर पर बैंकों में सीसीटीवी एवं सुरक्षा के लिए किये गये उपायों की नियमित जांच करने का निदेश दिया।
मौके पर जिले के पुलिस कप्तान मनोज रतन चौथे ने उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिले में कई सक्रिय गैंग जेल में और कई बेल पर बाहर हैं उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर बनाये रखने की आवश्कयता है। पुलिस मुस्तैदी के साथ कार्य कर रही हैं हमें और सतर्क व चाक चौबंद रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों के तस्करी में लिप्त लोगों के पकड़े जाने पर छः महीने की हवालात में रखने की कानूनी इजाजत मिली हुई है इसलिए इस ओर विशेष कार्य करें। उन्होंने इंटर स्टेट बार्डर क्षेत्रों पर गश्ती और निगरानी को सख्त करने की बात कही। उन्हांेंने इन्टरनल सिक्यूरिटी स्कीम को अपग्रेड करने के महत्व पर बल देते हुए जल्द ही इसपर कार्ययोजना बनाकर कार्य करने की जानकारी दी। इस क्रम में उन्होंने अपराधियों पर नकेल कसने के लिए अपराधियों की चल/अचल सम्पतियों की पहचान कर सीज करने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मौके पर उन्होंनें जिले के प्रवेश मार्गों के सीलिंग प्वाइंट की पहचान करने तथा सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण जगहों/क्षेत्रों की पहचान करने का निर्देश दिया ताकि पुलिसिया कार्रवाई व नियंत्रण में मदद मिल सके। उन्होंने वीआईपी/प्रमुख कार्यालयों/भवनों की सुरक्षात्मक स्थिति की आकलन करने तथा पर्यवेक्षण कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। साथ ही आगामी त्योहारों में होने वाले भीड़ को नियंत्रित करने तथा पर्व त्योहारों के मद्देनजर पूर्व से तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया। बैठक में नक्सल गतिविधियों पर भी चर्चा की गई, जिसपर पुलिए अधीक्षक ने सतर्कता एवं आपसी समन्वय के साथ कार्ययोजना पर अमल करने का निर्देश दिया।