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जिले भर में धूम धाम से पूजा के बाद दशमी को सिंदूर चढ़ाकर महिलाओं ने एक दूसरे को लगाई सिंदूर

जिले भर में धूम धाम से पूजा के बाद दशमी को सिंदूर चढ़ाकर महिलाओं ने एक दूसरे को लगाई सिंदूर

जिले भर में धूम धाम से पूजा के बाद दशमी को सिंदूर चढ़ाकर महिलाओं ने एक दूसरे को लगाई सिंदूर

गिरिडीह: मनोज कुमार।

गिरिडीह: जिले भर में दुर्गा पूजा का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नो दिनों तक पूजा पाठ के बाद बुधवार को दशमी के दिन भी विभिन्न पूजा मंडपों और पंडालों में मां की आराधना व पूजन अर्चन किया गया। मंगलवार को नवमी तिथि के दिन नवदुर्गा के नौवेस्वरुप मां सिद्धिदात्री की पूजा और हवन किया गया। बुधवार को विजयादशमी के दिन पूजा के बाद मां को जयति चढ़ाया गया। इधर दशमी तिथि को महिलाओं ने मां भगवती को सिंदूर चढ़ाकर एक दूसरे को भी सिंदूर लगाकर सिंदूर खेली। शहर के विश्वनाथ मंदिर, शास्त्री नगर, सुरो सुंदरी इंस्टीट्यूट अकादमी, पुराना जेल परिसर, विजय इंस्टीट्यूट, दुर्गा मिष्ठान भंडार, अलकापुरी, भंडारीडीह, वन विभाग कार्यालय, बोडो, पचंबा, बनियाडीह, सिहोडीह, सेंट्रल पीठ,

पपरवाटांड़ समेत विभिन्न पंडालों में स्थानीय विवाहित महिलाओं द्वारा माता को सिंदूर चढ़ाने के बाद एक दूसरे को भी सिंदूर लगाई। इस बाबत महिलाओं ने बताया कि कोरोना के कारण 2 सालों तक सिंदूर खेलने की परंपरा नहीं हो सका था। इस बार पुण: हम सभी महिलाओं ने माता रानी को सिंदूर चढ़ाकर एक दूसरे को भी सिंदूर लगाई। बताया गया कि यह छन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। जिसके लिए 1 साल तक

बेसब्री से इंतजार करना पड़ता है। महिलाओं ने सुख शांति और सौभाग्य की कामना माता रानी से की। शारदीय नवरात्रि के पहले दिन से 9 दिनों तक ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्र तक भक्ति भाव का माहौल बना हुआ था। आज भी माता की प्रतिमा का पूजन अर्चन किया गया। शाम में विभिन्न मंदिरों व पंडालों में स्थापित मां की प्रतिमा को नम आंखों से जलाशयों में विसर्जित किया गया। विसर्जन के साथ ही दुर्गा पूजा समाप्त हो गया।

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