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जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गिरिडीह की ओर से अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया जागरुकता कार्यक्रम।

जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गिरिडीह की ओर से अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया जागरुकता कार्यक्रम।

जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गिरिडीह की ओर से अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया जागरुकता कार्यक्रम।

गिरीडीह: मनोज कुमार 

गिरीडीह: माननीय झालसा, रांची के निर्देशानुसार एवं माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष महोदया, जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह श्रीमती वीणा मिश्रा के मार्गदर्शन में आज दिनांक 10 दिसंबर 2022 को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस

के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह की ओर से उच्च विद्यालय मकतपुर, गिरिडीह में छात्रों के बीच कानूनी जागरूकता सह साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस अवसर पर उपस्थित सचिव महोदय जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह श्री सौरव कुमार गौतम ने इस दिवस की महत्ता को बतलाते हुए कहा कि आज का दिन पूरे विश्व स्तर पर बहुत ही महत्वपूर्ण है।

आज ही के दिन संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वाधान में पूरे वैश्विक स्तर पर मानव अधिकारों का घोषणा पत्र की घोषणा किया गया था। इसके तहत संयुक्त राष्ट्र संघ के अंतर्गत आने वाले सभी देशों ने अपने-अपने सीमाओं के अंतर्गत रहने वाले आम नागरिकों एवं मानव प्रजाति के मूलभूत अधिकारों के संरक्षण के लिए संवैधानिक प्रावधान किए।

इसी कड़ी में जब भारतीय संविधान का निर्माण हुआ तो यहां भी इनके समस्त नागरिकों के मानवाधिकारों की रक्षा के हेतु बहुत सारे मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं।

यह वैश्विक स्तर पर प्रत्येक मनुष्य को मूलभूत मानवीय अधिकार प्रदान करता है जिसका पालन किया जाना आवश्यक है । एक मनुष्य के रूप में जन्म लेने के साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को प्राकृतिक रूप से कुछ मूलभूत अधिकार प्राप्त होते हैं जैसे कि गरिमा पूर्ण जीवन जीने का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, आजीविका के संचालन का अधिकार, अपनी आस्था एवं अभिव्यक्ति को प्रकट करने का अधिकार इस प्रकार के अनेकों अधिकार मानवाधिकारों की श्रेणी में आते हैं। इन अधिकारों के संरक्षण के लिए भारतीय संविधान में भी इसके समस्त नागरिकों के लिए मूलभूत मौलिक अधिकारों की व्यवस्था की गई है। इसका अनुपालन करना देश में सभी के लिए बाध्यकारी है। भारतीय संविधान द्वारा मौलिक अधिकारों के संरक्षण की जवाबदेही माननीय सर्वोच्च न्यायालय को प्रदान की गई है। इसके अंतर्गत अनुच्छेद 32 में संवैधानिक उपचारों का अधिकार का प्रावधान किया गया है जो मौलिक अधिकारों के उल्लंघन की स्थिति में माननीय सर्वोच्च न्यायालय को शक्ति प्रदान करता है। उन्होंने उपस्थित छात्रों को संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों, मूल कर्तव्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह के द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न जनकल्याणकारी कार्यक्रमों से अवगत किया कराया। साथ ही उन्होंने सभी छात्रों को सलाह दी कि, सभी लोग भारतीय संविधान की मूलभूत विशेषताओं जानकारी अनिवार्य रूप से रखें। हमारे भारतवर्ष में संविधान ही सर्वोच्च है, तथा इसका संचालन संविधान के अंतर्गत ही किया जाता है। अतः इसके मूलभूत तत्वों की जानकारी रखना प्रत्येक सजग नागरिक का कर्तव्य है, ताकि उनके अधिकारों का हनन नहीं हो सके एवं वह अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत रह सकें।

इस दौरान छात्रों ने सचिव महोदय एवं अन्य पैनल अधिवक्ताओं से विभिन्न प्रकार के ज्वलंत सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक मुद्दों के ऊपर प्रश्न किए जिनका समुचित उत्तर सचिव महोदय एवं विद्वान पैनल अधिवक्ताओं ने देकर छात्रों की जिज्ञासाओं का शांत किया एवं उन्हें मन लगाकर पढ़ाई करने की सलाह दी।

कार्यक्रम को पैनल अधिवक्ता श्री विपिन कुमार यादव, पैनल अधिवक्ता श्री राज किशोर प्रसाद कुशवाहा, पैनल अधिवक्ता श्री गीतेश चंद्रा ने भी संबोधित करते हुए छात्रों को मानवाधिकार दिवस की महत्ता एवं भारत जैसे विविधता पूर्ण राष्ट्र में इसकी उपयोगिता के ऊपर विस्तार पूर्वक परिचर्चा की।

इस जागरूकता कार्यक्रम के दौरान उपस्थित छात्रों ने अपने द्वारा पूछे गए सवालों का संतोषप्रद जवाब पाकर काफी खुशी का इजहार किया एवं सचिव महोदय से अनुरोध किया कि इस प्रकार के कार्यक्रम निरंतर उन लोगों के बीच करें, ताकि उनकी समझ संविधान एवं अन्य समसामयिक क्षेत्रों में बढ़ सके। सचिव महोदय ने भी उन सभी को आश्वस्त किया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह द्वारा विभिन्न विद्यालयों में स्थित विधिक साक्षरता क्लब के माध्यम से निरंतर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है, ताकि वे अभी से अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक होकर राष्ट्र के निर्माण की दिशा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।

कार्यक्रम में फ्रंट कार्यालय के पारा लीगल वॉलिंटियर श्री दिलीप कुमार पीएलबी श्री संतोष कुमार जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मी श्री नवनीत कुमार दाराद, श्री देवेंद्र कुमार दास एवं श्री प्रदीप कुमार उपस्थित थे।

कार्यक्रम का संचालन पीएलबी श्री दिलीप कुमार ने किया।

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